जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। शहर में अपनों से दूर कर समाज की ठोकरें खाने के लिए सडक़ पर छोड़ी गई एक 4 वर्षीय मासूम बालिका को अब सहारा शहर में अनाथों के नाथ कमल कांत तिवारी के आंगन में मिलेगा! क्योंकि जब शहर में पैदा होने के ठीक तुरंत बाद मासूम बच्चे सडक़ों अथवा कूड़े के ढेरों में छोड़ दिए जाते हैं उस समय सिर्फ और सिर्फ शहर में एक ही नाम सबके दिल और दिमाग में गूंजता है और वह नाम है कमल कांत तिवारी का जो अब तक एक सैकड़ा से अधिक बच्चों के पिता बन चुके हैं।
बीते दिन मंगलवार को अपनों से बिछड़ कर एक 4 साल की मासूम बच्ची चाइल्डलाइन पहुंची। मासूम बालिका का नाम माया है और वह थाना स्वरूप नगर क्षेत्र में भटकती हुई पुलिस को मिली थी। मासूम बच्ची माया के अनुसार उसकी मां उसे सडक़ पर छोड़ गई थी। जिसके पश्चात चाइल्डलाइन कानपुर के कार्यकर्ताओं द्वारा बालिका को अपनी सुपुर्दगी में लेकर कार्यालय लाए व बालिका की काउसलिंग करने का अथक प्रयास किया गया लेकिन बालिका छोटी होने के कारण कुछ भी स्पष्ट नही बता पा रही थी । अनाथों के नाथ चाइल्डलाइन के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया मासूम बच्ची मानसिक रूप से अस्वस्थ है बालिका ने लाल रंग की टाप व लाल रग की लैगी पहन रखी है बालिका का रंग सांवला है।
बालिका के परिजनों को ढूढऩे के लिए चाइल्डलाइन द्वारा स्वरूप नगर के आस-पास के क्षेत्रों में बालिका के साथ भ्रमण किया गया और परिजनों कों ढूंढने के लिए घंटों प्रयास किया लेकिन बालिका के परिजनों की खोज नहीं हो सकी। बालिका की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम में दी जा चुकी है। समन्वयक प्रतीक धवन ने बताया कि इस बालिका की खोज का प्रयास चाइल्डलाइन अपने स्तर से कर रही है और बालिका को बाल कल्याण समिति कानपुर नगर के समक्ष प्रस्तुत कर सुभाष चिल्ड्रेन विशेष दत्तक ग्रहण इकाई में आश्रय दिलाया गया है।