उत्तराखंडपौड़ी

रजत जयंती पर आठ तहसीलों में आंदोलनकारियों को मिला सम्मान

संघर्ष से साकार हुआ उत्तराखंड आज विकास की नई राह पर — विधायक राज्य स्थापना के 25 वर्ष आंदोलनकारियों के त्याग और बलिदान को समर्पित — जिलाधिकारी

जन एक्सप्रेस पौड़ी | उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती के पूर्व अवसर पर जनपद की सभी आठ तहसीलों में राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत शहीद राज्य आंदोलनकारियों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के साथ हुई।इसके बाद राज्य आंदोलन में योगदान देने वाले आंदोलनकारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

आंदोलनकारियों के बलिदान को किया नमन

जिला मुख्यालय पौड़ी में आयोजित समारोह में विधायक राजकुमार पोरी मुख्य अतिथि रहे, जबकि जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया की गरिमामयी उपस्थिति रही।अतिथियों ने सर्वप्रथम शहीद आंदोलनकारियों के चित्रों पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।विधायक राजकुमार पोरी ने कहा उत्तराखंड राज्य का निर्माण हमारे आंदोलनकारियों के अथक संघर्ष और बलिदान का परिणाम है।अब हमारी जिम्मेदारी है कि उनके आदर्शों के अनुरूप एक समृद्ध और आत्मनिर्भर उत्तराखंड का निर्माण करें।”

पानी और जवानी यहीं के काम आए’ – ब्लॉक प्रमुख अस्मिता नेगी

नगर पालिका अध्यक्ष हिमानी नेगी ने कहा कि राज्य आंदोलन हमारे साहसी आंदोलनकारियों के त्याग और एकता का प्रतीक है।वहीं, ब्लॉक प्रमुख पौड़ी अस्मिता नेगी ने कहा आज का दिन उन वीरों को याद करने का दिन है जिनकी बदौलत हमें अपना राज्य मिला।राज्य की स्थापना का उद्देश्य यही था कि यहाँ की पानी और जवानी यहीं के काम आए।”

जिलाधिकारी बोलीं – आंदोलनकारियों का संघर्ष हमारी प्रेरणा

जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने कहा रजत जयंती का यह उत्सव राज्य आंदोलनकारियों के त्याग और संघर्ष को समर्पित है।उन्हीं की बदौलत आज यह राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर है।यह आत्ममंथन का अवसर है कि हमने अब तक क्या हासिल किया और आगे क्या लक्ष्य तय करने हैं।उन्होंने कहा कि विकास की दिशा नीचे से ऊपर की ओर होनी चाहिए,जिसमें जनता की भागीदारी और प्रशासन का समन्वय अनिवार्य है। उन्होंने आह्वान किया कि सभी लोग मिलकर जिले के सर्वांगीण विकास में योगदान दें।

आंदोलनकारियों ने साझा किए संघर्ष के अनुभव

इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारियों विश्वम्बर दत्त खंकरियाल, सुषमा रावत, बीरा भंडारी, रेवती नंदन डंगवाल, सरिता नेगी, अद्वैत बहुगुणा, महेंद्र असवाल, सावित्री नेगी, प्रेम बल्लभ पंत और कुंजिका प्रसाद उनियाल
ने अपने संबोधन में आंदोलन के संघर्ष और बलिदान को याद किया।उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य हमारे त्याग, एकता और अटूट संकल्प की अमर गाथा है।नई पीढ़ी को चाहिए कि वह आंदोलन की भावना को आत्मसात कर राज्य के विकास में सक्रिय भूमिका निभाए।इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी, तहसीलदार दीवान सिंह राणा,
जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक रणजीत सिंह नेगी,नगर पालिका अध्यक्ष हिमानी नेगी, अधिकारी-कर्मचारी, बड़ी संख्या में राज्य आंदोलनकारी, जनप्रतिनिधि और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

 

 

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