सरकारी स्कूलों के विलय के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन तेज, गाँव-गाँव चौपाल और पदयात्राएं
चित्रकूट में 50 स्कूलों की मर्ज सूची जारी, कांग्रेस ने बताया गरीबों के शिक्षा अधिकारों पर हमला

जन एक्सप्रेस/चित्रकूट : प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी प्राइमरी स्कूलों को मर्ज करने की नीति के विरोध में कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग द्वारा गाँव-गाँव “सरकारी स्कूल बचाओ चौपाल” और पदयात्राओं का आयोजन किया गया। इस अभियान को ग्रामीण जनता का भी व्यापक समर्थन मिला, जिन्होंने सरकार के इस निर्णय का सशक्त विरोध दर्ज कराया।
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व एआईसीसी सदस्य श्री पंकज मिश्र ने सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए इसे जनविरोधी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने ही देश भर में लाखों प्राइमरी स्कूलों की स्थापना कर शिक्षा को गाँव-गाँव तक पहुँचाया। उन्हीं स्कूलों से पढ़कर आज हजारों छात्र देश-विदेश में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
श्री मिश्र ने आरोप लगाया कि सरकार 29,000 स्कूलों को मर्ज करने की योजना पर काम कर रही है, जिसमें पहले चरण में 5,000 स्कूलों का विलय किया जा रहा है। इस नीति से गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी वर्ग के बच्चों की शिक्षा बाधित होगी और बेरोजगारी में भी इजाफा होगा।
उन्होंने कहा, “सरकार को चाहिए कि स्कूलों को मर्ज करने की बजाय उन्हें आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित करे और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करे। हम इस नीति का विरोध सड़क से सदन तक करेंगे।”
चित्रकूट जनपद में भी 50 स्कूलों को मर्ज करने की सूची जारी कर दी गई है, जिससे क्षेत्र में रोष का माहौल है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह इस अभियान को योजनाबद्ध ढंग से पूरे जनपद और प्रदेश में जारी रखेगी।






