राजमार्ग के किनारे सूखे पेड़ दे रहे हादसों को दावत, जिम्मेदार बने अंजान

जन एक्सप्रेस /प्रतापगढ़: जिले में प्रयागराज-अयोध्या राजमार्ग पर सूखे पेड़ हादसे को दावत दे रहे हैं लेकिन सम्बन्धित विभाग अनजान बना बैठा है। हरे-भरे पेड़ जिंदगी देते हैं तो सूखे पेड़ जान भी ले सकते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं हाइवे के किनारे महीनों से सूखे पड़े पेड़ों की, जो घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। सूखे पेड़ कभी भी गिर सकते हैं। चिलबिला से लेकर कोहड़ौर के बीच काफी संख्या में पेड़ सूख कर अंतिम घड़ियां गिन रहे हैं। इस पर सम्बन्धित विभाग के किसी भी अधिकारी की नजर नहीं पड़ रही है। किसी अनहोनी होने के पहले ही विभाग अगर सक्रिय हो जाये तो शायद कोई हादसा हो ही न। सत्यप्रकाश पाठक, अतुल तिवारी, सन्तोष दूबे, राजेन्द्र शुक्ला, गुड्डु दुबे समेत क्षेत्रीय लोगों ने भी इस समस्या पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि सड़क के किनारे सूखकर लटके पेड़ों को देखकर डर लगता है। न जाने कब ये सूखे पेड़ किस वाहन पर गिर जायें और बड़ा हादसा हो जाये। समय रहते कार्रवाई की जाए ताकि किसी दुर्घटना से बचा जा सके। मालूम हो कि प्रयागराज अयोध्या राजमार्ग पर रोजाना छोटे वाहनों से लेकर भारी वाहनों का काफी संख्या में आवागमन होता है। एक तरफ प्रयागराज तीर्थ स्थल और दूसरी तरफ अयोध्या धाम होने के कारण दर्शनार्थियों का भी आवागमन होता रहता है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए हाइवे के किनारे सूखे व जर्जर पेड़ों को हटाना जरूरी है। लोगों का कहना है कि इस सड़क से जनप्रतिनिधि व जनपद के आला अधिकारी भी आते जाते हैं। अगर इनकी भी नजर इन सूखे पेड़ों पर पड़ जाती तो यह जानलेवा बने पेड़ शायद कट जाते। फिलहाल अब देखना ये है कि कब सम्बन्धित विभाग का ध्यान इस ओर पड़ता है और हादसे को दावत दे रहे सूखे पेड़ों को लेकर कोई कार्यवाही की जाती है।






