जिला जेल में बंद कैदी की बेदर्दी से हुई पिटाई से कैदी की मौत में जेलर
डिप्टी जेलर सहित सात नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ हुआ मामला दर्ज

जन एक्स्प्रेस/ हमीरपुर: हमीरपुर जिला जेल में बंद कैदी अनिल कुमार की मौत के मामले में जेलर चण्डिला,डिप्टी जेलर संगेश कुमार, कांस्टेबल अनिल यादव, लम्बरदार दिलीप, लम्बरदार शफी मुहम्मद, लम्बरदार दीपक, राईटर विनय सिंह सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ मृतक की पत्नी की तहरीर पर सदर कोतवाली में मु०अ०सं० 0201/25 धारा 103(1), 119(2), 308(2) के तहत हुआ दर्ज।
गौरतलब है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सूरजपुर निवासी 33 वर्षीय अनिल कुमार पुत्र कृष्ण तिवारी को 11 सितम्बर 25 को अदालत के आदेश पर दस साल पुराने एस०सी०एसटी० के मामले में जेल भेजा गया था। वही इस मामले में जेल प्रशासन दावा कर रहा था कि, जेल में अचानक कैदी की तबियत खराब हो गई थी, जिसे इलाज के लिये जिला अस्पताल भेजा गया था, अस्पताल में डाक्टरों ने कैदी को देखने के बाद मृत्य घोषित कर दिया था। जबकि मृतक की पत्नी पूनम द्ववेदी ने कोतवाली में दी अपनी लिखित तहरीर में कहा है कि उनके पति जिला जेल में 11 सितम्बर 2025 से बंद थे, जबकि 12 सितम्बर 2025 को जेल में पति से मिलाई के दौरान पति ने उसे बताया था कि जेल प्रशासन ने उसको बहुत ही बेरहमी से पीटने के साथ ही 20 हजार रुपयों की मांग की है। साथ ही कहा है कि 17 सितम्बर 2025 तक रुपये मंगाकर दो, वरना हम तुम्हें यहीं निपटा देंगे, पता भी नहीं चलेगा। पति की बातें सुनकर पत्नी ने अपने पास रक्खे 6500 रुपये पति को दे दिये थे, इसके बाद पति ने कहा बाकी रुपये जल्दी लेकर आओ और मुझे छुड़वालो, नहीं तो यहाँ जेल प्रशासन मेरी हत्या करवा देगा। इसके बाद 14 सितम्बर 2025 को 1.30 से 2 बजे के करीब जेल प्रशासन ने फोन करके बताया कि अनिल कुमार की बीमारी से मौत हो गई है। मर्चरी पहुँचकर जब उसने अपने पति की लाश को देखा, तो उसके जिस्म पर पिटाई से आई चोटों के निशान मौजूद थे। क्योंकि 12 सितम्बर को जेल में अपने पति से मिलाई के दौरान उनकी तबियत बिल्कुल ठीक थी, अगर उनकी तबियत खराब होती तो मिलाई के दौरान वो उसे बताते। इसलिये मुझे पूरा यकीन है कि मेरे पति की हत्या सिर्फ जेल प्रशासन की पिटाई की वजह से ही हुई है। साथ ही 15 सितम्बर 25 को शिवम तिवारी नामक कैदी जो जिला जेल से पेशी में अदालत आया था, उसने बताया था कि,14 सितम्बर 25 को जिला जेल के जेलर चण्डिला, डिप्टी जेलर संगेश,कांस्टेबल अनिल यादव, लम्बरदार दीपक, लम्बरदार दिलीप, लम्बरदार शफी मुहम्मद कैथी सहित राईटर विनय सिंह ने उच्च अधिकारियों की मौजूदगी में जेल में बने पीसीओ के पीछे अनिल कुमार के साथ मारपीट की जा रही थी, और उसे तब तक मारा गया, जब तक वो मरकर नीचे नहीं गिर गया, साथ ही उसने ये भी बताया था कि जेल के अन्दर अवैद्य धन उगाही का विरोध करने वाले बन्दियों को अमानवीय यातनायें दी जाती हैं, जबकि इस काम में जेल पुलिस सहित सभी की मिलीभगत रहती है। मृतक की पत्नी की तहरीर पर मामला दर्ज होने के बाद जेल अधिकारियों सहित मामले से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा है।






