दलित वोट को बांटने की साजिश: मायावती का सपा, कांग्रेस और भाजपा पर बड़ा हमला
बिकाऊ लोगों' को खरीदकर बसपा को कमजोर करने का आरोप, भाजपा सरकार को भी जताया आभार

जन एक्सप्रेस लखनऊ | बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कांशीराम के 19वें परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ के कांशीराम स्मारक स्थल पर आयोजित भव्य महारैली में केंद्र की भाजपा सरकार, उत्तर प्रदेश की सपा, और कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये पार्टियां ‘बिकाऊ लोगों’ को खरीदकर बसपा को कमजोर करने की साजिश रच रही हैं और दलित वोटों को बांटने का प्रयास कर रही हैं।मायावती ने कहा कि 2007 में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद इन जातिवादी दलों ने मिलकर षड्यंत्र किया ताकि बसपा केंद्र की सत्ता तक न पहुंच सके। उन्होंने दोहराया कि बैलेट पेपर से चुनाव संभव हैं, लेकिन ईवीएम का सहारा लेकर लोकतंत्र को प्रभावित किया जा रहा है।
‘सत्ता से बाहर होते ही याद आता है कांशीराम’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि सत्ता में रहते हुए उन्होंने कभी कांशीराम को सम्मान देने की बात नहीं की। अब जब वे सत्ता से बाहर हैं तो उन्हें बसपा और दलित समाज के नेताओं की याद आ रही है। उन्होंने कहा, “ऐसे दोगले लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।”
‘कांग्रेस संविधान की कॉपी लेकर कर रही है नाटकबाजी’
कांग्रेस पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि जिसने देश में आपातकाल थोपकर संविधान का अपमान किया, वह आज हाथ में संविधान की कॉपी लेकर नाटक कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबासाहेब को सच्चा सम्मान नहीं दिया।
भाजपा सरकार को भी घेरा, पर जताया आभार भी
भाजपा पर भी हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि केंद्र की सरकारों ने सीबीआई और इनकम टैक्स जैसे संस्थानों का दुरुपयोग कर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की। हालांकि, उन्होंने यूपी की योगी सरकार का यह कहकर आभार जताया कि स्मारकों से मिली टिकट की राशि को सपा सरकार की तरह दबाया नहीं गया, बल्कि रखरखाव पर खर्च किया गया।
‘बसपा सत्ता में आई तो मिलेगा आरक्षण का असली लाभ’ – आकाश आनंद
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बसपा नेता आकाश आनंद ने कहा कि राज्य में अगर बसपा की सरकार आती है, तो दलितों और पिछड़ों को आरक्षण का वास्तविक लाभ मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि 2027 में बसपा पांचवीं बार पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।
चंदा लगाकर पहुंचे समर्थक, बहनजी के मिशन को बताया सबसे ऊपर
रैली में शामिल होने आए समर्थकों ने बताया कि उन्होंने 150 से 200 रुपये चंदा लगाकर यात्रा की है। भभुआ, बिहार से आए दूधनाथ राम ने कहा, “बहनजी सत्ता में हों या नहीं, उनका जिंदा रहना ही बहुजन मिशन के लिए जरूरी है।”
देशभर से उमड़ा जनसैलाब, पहली बार लखनऊ पहुंचे कई समर्थक
इस महारैली में यूपी के विभिन्न जिलों के साथ पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड से भी हजारों समर्थक पहुंचे। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। कई लोग पहली बार लखनऊ पहुंचे और कहा कि वे बहनजी के विचारों को सुनने और समर्थन देने आए हैं लोकसभा और विधानसभा में सिर्फ एक सीट पर सिमट चुकी बसपा अब पुनर्गठन के प्रयास में है। यही कारण है कि इस बार कांशीराम परिनिर्वाण दिवस को एक बड़े शक्ति प्रदर्शन के रूप में इस्तेमाल किया गया। रैली के ज़रिए बसपा ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी अभी भी मजबूत जनाधार रखती है और 2027 में वापसी के लिए तैयार है।






