जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। रमजान के पाक महीने की शुरुआत बुधवार से हो रही है और मस्जिदों में इसकी तैयारियां भी पूरी तरह से हो गयी हैं। वहीं कोरोना संक्रमण भी खूब शबाब पर है। इसको देखते हुए कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए मस्जिदों में तैयारी की गयी है। हैंड सेनेटाइजर और शारीरिक दूरी के पालन के लिए पूरे इंतजाम किया गया है।
रमजान के मुबारक माह को लेकर मुस्लिमों में खासा उत्साह देखा जा रहा है तो वहीं कोरोना संक्रमण को लेकर तरह-तरह की अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं। इसको लेकर रमजान पर्व मनाने वाले लोगों में चिंता की लकीरें बढ़ रही हैं। इसको लेकर हिन्दुस्थान समाचार ने काजी—ए-शहर हाफिज मामूर जामई से खास बातचीत की। काजी-ए-शहर ने बताया कि आज चांद निकलने के बाद मस्जिदों में नमाज तरावीह का एहतमाम किया जाएगा। लोगों में जो शंकाएं हैं कि मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ पाएंगे वह पूरी तरह से अफवाह है। इसको लेकर जिलाधिकारी आलोक तिवारी से फोन पर वार्ता हुई और उन्होंने साफ कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है कि लोग मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़ पाएंगे। हालांकि यह सुनिश्चित है कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करना होगा और प्रशासन ने निर्देश जारी कर दिया है।
काजी—ए—शहर ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश के अनुसार बड़ी मस्जिदों में 100 लोगों को और छोटी मस्जिदों में 50 लोगों को ही नमाज पढऩे की इजाजत है। हम इस पर पूरी तरह अमल करेंगे। रमजान से मुताल्लिक हिदायात देते हुए कहा कि तरावीह और दीगर नमाजों में मस्जिद के अंदर मास्क का इस्तेमाल करें। रात्रि कफ्र्यू का विशेष ख्याल रखना है। कहा कि अव्वल वक्त में इशा की नमाज अदा करें और तरावीह जल्द अदा करके सीधे अपने घरों में दाखिल हो जाएं। फज्र की नमाज में मस्जिद जाने की पूरी इजाजत है। बताया कि मस्जिदों में नमाज तरावीह का मुकम्मल इंतजाम कर लिया गया है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कोविड 19 का पालन करते हुए तैयारी की गई है। मस्जिदों में हैंड सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंस का खास इंतजाम किया गया है।