कांशीराम शहरी आवास की गंदगी से परेशान लोग, नगर पालिका की उपेक्षा का शिकार
साफ-सफाई की कमी से बीमारी का खतरा, सरकारी योजनाओं का असली फायदा दूर

जन एक्सप्रेस/चित्रकूट: कर्वी नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 के कांशीराम शहरी गरीब आवास, लोढ़वारा में रहने वाले लोग गंदगी और बीमारी के बीच जीने को मजबूर हैं। इन लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर पालिका और उच्च अधिकारियों से गंदगी को लेकर शिकायत की, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान आज तक नहीं हुआ। इस क्षेत्र में स्थित इंग्लिश मीडियम कंपोजिट स्कूल के पीछे की हालत इतनी बुरी है कि लोग गंदगी से घिरे हुए हैं। नालियाँ और चेंबर टूट चुके हैं, कचरे का अंबार लगा हुआ है, और मच्छरों से भरी हवा इस इलाके में बनी रहती है।स्थानीय निवासी बताते हैं कि सरकार भले ही सफाई अभियान चला रही हो, लेकिन कर्वी नगर पालिका के इस इलाके में सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां तक कि बच्चों के स्कूल भी गंदगी से प्रभावित हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य भी खतरे में है। पहले बहुजन समाज पार्टी की सरकार ने यह आवास बनवाया था, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस क्षेत्र की सफाई और विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया।
क्या सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविकता में मिलेगा?
यहां के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार हो रहा है, और उनकी समस्याओं पर किसी भी स्तर पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कागजों में सफाई अभियान और सरकारी योजनाओं का जोर-शोर से प्रचार किया जाता है, लेकिन जब जमीन पर कार्य की बात आती है, तो हालात बिल्कुल अलग होते हैं। लोग यह सवाल उठाते हैं कि क्या यहां के गरीबों को कभी सरकारी योजनाओं का असली लाभ मिलेगा या फिर इसी तरह कागजों पर योजनाएं चलती रहेंगी और गरीब इसी गंदगी में बीमारी से भरा जीवन जीते रहेंगे।स्थानीय निवासी संजय गौतम कहते हैं, “हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकार की योजनाएं कागजों पर ही रहती हैं, धरातल पर इसका कोई असर नहीं दिखता। अब हमें यही डर है कि कहीं हम ऐसे ही गंदगी में जीते रहें और कोई हमारी मदद करने नहीं आए।”अब यह देखना होगा कि कर्वी नगर पालिका इस गंदगी और उपेक्षा को खत्म कर सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए क्या कदम उठाती है या फिर यह स्थिति जस की तस बनी रहती है।






