उत्तर प्रदेशराजनीतिराज्य खबरेंलखनऊ

मुख्यमंत्री ने कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों, एफपीओ, कृषि वैज्ञानिकों को किया सम्मानित, किसानों को दी ट्रैक्टर की चाबी

किसान सम्मान दिवस पर सीएम योगी की किसानों को समर्पित तारीफ और योजनाएं

जन एक्सप्रेस/ लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती ‘किसान सम्मान दिवस’ के अवसर पर महत्वपूर्ण बयान दिए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने चौधरी साहब के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी विचारधारा को अंगीकार करते हुए सरकार किसानों की भलाई के लिए काम कर रही है। चौधरी साहब का मानना था कि “किसान गरीब होगा तो भारत अमीर नहीं हो सकता”, इसी दृष्टिकोण के साथ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने किसानों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपकर उन्हें सम्मानित भी किया।

किसान की आमदनी दोगुनी करने के प्रयास
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य किसानों की आमदनी को दोगुना करना है, और इसके लिए विभिन्न योजनाओं को लागू किया जा रहा है। 2014 से अब तक उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को 2.61 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 1996 से 2017 तक 22 वर्षों में सिर्फ 95 हजार करोड़ रुपये गन्ना किसानों के खातों में गए थे, लेकिन 2017 के बाद से यह राशि तेजी से बढ़ी है। इसके अलावा सरकार ने सिंचाई सुविधाएं बढ़ाने के साथ-साथ किसानों को विद्युत सप्लाई फ्री देने की योजनाएं बनाई हैं।

कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने किसानों की मेहनत को सराहा और कहा कि इन किसानों का पुरुषार्थ प्रेरणादायी है। उन्होंने कई किसानों का उदाहरण दिया जिन्होंने एक हेक्टेयर में उच्चतम उत्पादन किया है। गोरखपुर के श्याम दुलारे यादव, रायबरेली के फूलचंद और जालौन के हेमंत कुमार जैसे किसानों ने शानदार उत्पादन कर अपनी मेहनत को साबित किया। सीएम ने कहा कि किसानों की मेहनत से ही देश की कृषि क्षेत्र में प्रगति संभव है, और उनके कार्यों को कृषि विज्ञान केंद्रों तक पहुंचाना चाहिए ताकि अन्य किसान भी इनसे प्रेरणा ले सकें।

प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने की आवश्यकता
सीएम योगी ने प्रदेश में बढ़ते हुए प्राकृतिक खेती के क्षेत्र की सराहना की और कहा कि हमे लागत को कम करने के लिए विषमुक्त खेती की ओर बढ़ने की जरूरत है। प्रदेश में अब तक सवा लाख एकड़ क्षेत्रफल में प्राकृतिक खेती की जा रही है, जिसे बढ़ाना आवश्यक है। इसके माध्यम से हम न केवल खेती की लागत कम कर सकते हैं, बल्कि भविष्य के लिए सुरक्षित और उज्ज्वल पर्यावरण भी बना सकते हैं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button