कूड़े को जैविक खाद में तब्दील कर शहर को प्रदूषण मुक्त बनायेगा नगर निगम
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। प्रदूषित शहरों में शुमार कानपुर नगर को इस श्रेणी से बाहर करने के लिए बराबर प्रयास हो रहे हैं। इसी के चलते नगर निगम ने कूड़ा से बिजली बनाने वाली एक निजी कंपनी से करार किया था, पर कंपनी रफूचक्कर हो गयी। ऐसे में कानपुर नगर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम अब कूड़ा को जैविक खाद में तब्दील करने की योजना बना ली है।
यूपी के प्रदूषित शहरों की सूची में कानपुर पहले पहले स्थान पर है। वहीं जिले का नाम देश के सबसे प्रदूषित शहरों में भी शामिल है। जिले में प्रशासन और नगर निगम का सफाई अभियान फेल साबित हो रहा है, जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा रहता है। शहर को कूड़ा मुक्त करने के लिए नगर निगम ने कूड़े से बिजली बनाने की योजना बनाई थी, जो सिरे नहीं चढ़ पाई। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी नगर निगम ने एक निजी कंपनी के साथ करार कर कूड़े से बिजली बनाने की योजना बनाई थी। कंपनी के चले जाने के बाद यह काम रुक गया है। बताया कि अगले साल तक जिले में दो पावर प्लांट भी बनकर तैयार हो जाएंगे। ऐसे में अधर में चल रही कूड़े से बिजली बनाने की योजना को अब नए सिरे से नहीं शुरु किया जाएगा। नगर निगम के अनुसार साल 2017 में कूड़े से बिजली बनाने के लिए एक निजी कंपनी के साथ दो साल का करार किया गया था।
जैविक खाद बनाकर शहर को किया जाएगा प्रदूषण मुक्त : नगर आयुक्त
महानगर में बढ़ते प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण यह भी है कि समय से कूड़ा का उठान नहीं हो रहा है। इसके लिए महापौर प्रमिला पाण्डेय ने अभियान भी चलाया पर खास सुधार नहीं हो सका। नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि कूड़े के निस्तारण का जिम्मा नगर निगम ने उठाया है। इसे लेकर अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले कूड़ा निस्तारण का जिम्मा एक निजी कंपनी के पास था, जिसे अब निगम ने अपने हाथों में लिया है। नगर आयुक्त ने बताया कि कूड़े से जैविक खाद बनाई जा रही है। इससे शहर कूड़ा मुक्त होगा और खाद भी किसानों के काम आएगी।