भतीजे अजीत पवार? खुलेआम दिखा दिए बागी तेवर
शरद पवार की पार्टी एनसीपी अंदरूनी कलह से जूझ रही है? क्या एनसीपी दो धड़ों में बंटी हुई है? क्या शरद पवार से उनके भतीजे अजित पवार नाराज चल रहे हैं? दरअसल, यह सभी सवाल इन दिनों मीडिया में खूब पूछे जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हाल में ही एनसीपी के आठवें राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुआ। इस दौरान एनसीपी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले अजित पवार के बागी तेवर देखने को मिल गए। दरअसल, मंच से सबसे पहले पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके बाद महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री जयंत पाटिल को मौका दिया गया। तीसरे नंबर पर अजीत पवार की बारी आई। लेकिन, जैसे ही अजित पवार के नाम की उद्घोषणा हुई। वह मंच से उठकर चले गए। हालांकि, अजित पवार के समर्थक लगातार उनके पक्ष में नारे लगाते रहे। मंच पर खड़े प्रफुल्ल पटेल ने बार-बार यह दावा किया कि अजित पवार वॉशरूम गए हैं। वह जल्द ही वापस आएंगे।
काफी वक्त गुजर गया। लेकिन अजित पवार मंच पर नहीं आए। यह वक्त शरद पवार के लिए भी सही नहीं था। शरद पवार भी मंच पर बैठे असहज महसूस कर रहे थे। दूसरी ओर अजित पवार के समर्थक लगातार नारेबाजी करते रहे। खबर यह है कि नाराज अजित पवार को मनाने की जिम्मेदारी शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले को दी गई है। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब अजित पवार ने सार्वजनिक तौर पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। इससे पहले भी वह कई मौकों पर अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। 2019 में तो उन्होंने शरद पवार के खिलाफ जाकर भाजपा के साथ मिलकर सरकार तक बना ली थी। हालांकि, महाराष्ट्र की राजनीति को समझने वाले यह बार-बार दावा करते हैं कि एनसीपी दो धड़ों में बंटी हुई है। एक ओर वह लोग हैं जो सुप्रिया सुले का समर्थन करते हैं तो दूसरी ओर अजित पवार के भी समर्थक हैं।
अजित पवार को करीब से जानने वाले लोग यह दावा करते हैं कि दादा के मन में क्या चल रहा होता है, यह कोई नहीं जान सकता है। अजित पवार को महाराष्ट्र में दादा के नाम से जानते हैं। हालांकि इस पर अब अजित पवार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। अजित पवार ने एनसीपी सम्मेलन में मंच छोड़ने की खबर पर कहा कि मीडिया भ्रामक खबरें दिखा रहा है। मैं नहीं बोला, कई नेता नहीं बोले। मैंने मराठी मीडिया से बात की और पूरी सफाई दी। मैं दुखी नहीं हूं, हमारी पार्टी से कोई भी दुखी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को लेकर भी बाते कहीं हैं।