लालू और नीतीश दोनों पर शाह का कटाक्ष
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में महागठबंधन सरकार पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि खुद को जयप्रकाश नारायण का शिष्य बताने वालों ने उनकी समाजवादी विचारधारा को त्याग दिया है। ‘जेपी’ के नाम से लोकप्रिय जयप्रकाश नारायण के सारण जिले में स्थित पैतृक गांव में समाजवादी नेता की 15 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने के बाद मंगलवार को शाह ने एक रैली को संबोधित करते हुए कटाक्ष किया, ‘‘वह सत्ता के भूखे हैं। सत्ता के लिए उन्होंने जेपी की विचारधाराओं का त्याग किया और कांग्रेस से हाथ मिला लिया। उनका जेपी की विचारधाराओं से कोई लेना-देना नहीं है।’’
अगस्त में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़कर लालू प्रसाद नीत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस सहित सात दलों के एक नये महागठबंधन के साथ नई सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर व्यंग्य करते हुए शाह ने उक्त बातें कहीं। शाह ने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा, ‘‘केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के लिए काम कर रहे हैं, जिनकी चिंता जेपी किया करते थे। यही कारण है कि केंद्र ने ‘‘अंत्योदय अन्न योजना’’ और उज्ज्वला योजना शुरू की। उनका (मोदी) जेपी की विचारधारा में दृढ़ विश्वास है।’’ शाह ने जेपी की प्रतिमा की स्थापना के लिए (केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की एक परियोजना) प्रधानमंत्री को भी श्रेय दिया। उन्होंने कहा, ‘‘जेपी का हजारीबाग जेल से भागना, संपूर्ण क्रांति का उनका आह्वान, पटना के गांधी मैदान में उनका ऐतिहासिक संबोधन और आपातकाल के दिनों में उनका संघर्ष उनकी विरासत है।दिग्गज समाजवादी नेता की 120वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार ने उत्तर प्रदेश के अधिकार क्षेत्र में आने वाले सीताब दियारा के क्षेत्रों के विकास के लिए बहुत कुछ किया है।