देश
संसाधनों से विहीन तुलसी नगरी राजापुर मे नहीं है परिवहन निगम का बस अड्डा
पर्यटकों व यात्रियों को नहीं मिल रहीं यातायात की सुविधाएं
राजापुर/चित्रकूट।जहाँ एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य , शिक्षा , परिवहन , उत्तम सड़कों के निर्माण से उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए अनेकों प्रकार की योजनाएँ लागू किया गया है वहीं अगर हम बात करें रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसी दास के जन्मस्थली राजापुर की तो उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम के कारण उपेक्षा का शिकार आज भी है।
तुलसी जन्मस्थली राजापुर जहाँ विश्व को भक्तिज्ञान , सामाजिक ज्ञान एवं सदाचार के लिए ज्ञान उपलब्ध कराया वहीं सन्त शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्मस्थली राजापुर वर्षो से ही विकास से कोसों दूर है । वही कई बार स्थनीय नेताओ व सामाजिक कार्यकर्ता सुनील मिश्रा ने आवाज उठायी और जिम्मेदारों को अवगत कराया लेकिन उसके बावजूद भी जिम्मेदारों ने ध्यान नही दिया जबकि सन 1970 में तत्कालीन सरकार के मंत्री राधाकृष्ण गोस्वामी द्वारा राजापुर में उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम द्वारा बुकिंग ऑफिस एवं अन्य जिलों से आने वाली रोडवेज बसों का बस अड्डा बनवाया गया था जो 2002 तक कायम रहा और 2002 के बाद शासन , प्रशासन व निगम की घोर लापरवाही के कारण बस अड्डा एवं रोडवेज का बुकिंग ऑफिस किसी कारणवश समाप्त कर दिया गया है जबकि तत्कालीन उत्तर प्रदेश की सरकार धर्म स्थलों को सड़कों से व परिवहन से जोड़ने के लिए कई प्रकार की योजनाएँ लागू कर रही है लेकिन तुलसी का यह धर्मक्षेत्र आज भी रोडवेज बसों के यातायात के लिए आँसू बहा रहा है । जबकि पूर्व में राजापुर तीर्थस्थल से राजधानी लखनऊ , व्यापारिक नगरी कानपुर , प्रयागराज व प्रदेश के अन्य जिलों में यात्रा करने के लिए राजापुर से रोडवेज बसों का संचालन किया जा रहा था । लेकिन वर्तमान सरकार के द्वारा उत्तर प्रदेश रोडवेज निगम की बसें चलाई तो जा रही हैं लेकिन उनके ठहरने के लिए कोई निश्चित स्थान व समय नहीं है । इस क्षेत्र के यात्रियों को यह पता नहीं चलता कि लखनऊ डिपो , बाँदा डिपो , प्रयाग डिपो , राठ डिपो , हमीरपुर डिपो , बाँदा एवं चित्रकूट डिपो की रोडवेज बसें कब और कहाँ से आती जाती हैं । जबकि उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट प्रवास के दौरान लालापुर बाल्मीकि आश्रम मे तुलसी जन्मस्थली राजापुर को विकसित करने के लिए मंच के माध्यम से घोषणा की थी, लेकिन उन घोषणाओं का अनुपालन आज तक प्रशासन के द्वारा नहीं किया गया । जबकि गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्मस्थली में उनके द्वारा हस्तलिखित श्रीरामचरितमानस एवं प्राचीन हनुमान मंदिर व तुलसी स्मारक के दर्शन हेतु देश के विभिन्न प्रान्तों के लोग आते रहते हैं। लेकिन उचित साधन न होने के कारण वह भक्तगण मात्र कामतानाथ बाबा के दर्शन कर वहीं से वापस हो जाते हैं ।
स्थनीय लोगों ने उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ से माँग किया है कि राजापुर धर्मक्षेत्र होने के कारण विश्व मानचित्र पटल पर राजापुर का नाम अंकित कराया जाए और राजापुर को धर्मक्षेत्र घोषित करने की बात कही है ।
तुलसी जन्मस्थली के कस्बावासियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुरजोर माँग किया है कि राजापुर धर्मक्षेत्र में रोडवेज बसों का बुकिंग ऑफिस , बस अड्डा एवं कर्वी – राजापुर वाया , मऊ – प्रयागराज तथा चित्रकूट – राजापुर वाया , मानिकपुर रेलवे स्टेशन के लिए यातायात व्यवस्था में रोडवेज बसें चलाई जाएँ ।