बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती धूमधाम से मनाई, बसपा नेताओं ने किया आदिवासी अधिकारों का आह्वान
मानिकपुर के इटावा डूडैला गाँव में सैकड़ों कोल आदिवासी जुटे; बसपा जिलाध्यक्ष ने रानीपुर टाइगर रिज़र्व विवाद और भूमिहीनता पर उठाई आवाज़

जन एक्सप्रेस चित्रकूट:बुंदेलखंड के चित्रकूट जनपद में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती बड़े उत्साह और पारंपरिक धूमधाम के साथ मनाई गई।मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत इटावा डूडैला में आयोजित इस आयोजन में सैकड़ों कोल आदिवासी शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के तत्वाधान में किया गया।कार्यक्रम में बसपा जिलाध्यक्ष शिवबाबू वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ बसपा के विधानसभा और जिला स्तरीय एक दर्जन से अधिक पदाधिकारी शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप
मानसिंह कुशवाह (मंडल प्रभारी), रावेन्द्र कुमार वर्मा (मंडल इंचार्ज), रोहित सिंह पटेल (कोषाध्यक्ष बीएसपी), तीरथ सिंह पटेल (फौजी साहब), लाल सिंह पटेल, अखिलेश कुमार वर्मा, प्रमोद कुमार वर्मा (सेक्टर अध्यक्ष बीएसपी), कुबेर प्रसाद त्यागी, कहलाल कोल, रामप्रसाद कोल सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यक्रम में पारंपरिक नृत्य प्रदर्शन किया गया तथा श्रद्धालुओं को पूड़ी–सब्ज़ी का प्रसाद वितरित किया गया।
अपने संबोधन में जिलाध्यक्ष शिवबाबू वर्मा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने मात्र 25 वर्ष की उम्र में जल–जंगल–जमीन की रक्षा के लिए अंग्रेजी शासन के विरुद्ध ऐतिहासिक संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने इस संघर्ष को दबाने के लिए उन्हें जेल में बंद कर दिया था, जहां कथित तौर पर उन्हें जहर देकर हत्या कर दी गई।इसके साथ ही उन्होंने रानीपुर टाइगर रिज़र्व को लेकर मानिकपुर क्षेत्र की समस्याओं पर भी आवाज उठाई। उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति/जनजाति की जमीनों पर गजट के नाम पर अवैध कब्जे किए जा रहे हैं तथा कई पूंजीपति बिना अनुमति के आदिवासियों की जमीन खरीदकर कब्जा कर रहे हैं। जबकि ये ज़मीनें पूर्व में बसपा सरकार के समय पात्र कोल आदिवासियों को पट्टों के रूप में मिली थीं।शिवबाबू वर्मा ने दावा किया कि यदि बसपा फिर से पाँचवीं बार सत्ता में आती है, तो सभी भूमि विवादों का निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि “बसपा सरकार 5 किलो राशन की जगह 5 बीघा जमीन देने का काम करेगी।”






