आषाढ़ पूर्णिमा को धर्म चक्र प्रवर्तन दिवस के रूप में मनाएगा

नई दिल्ली । संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) सोमवार को राष्ट्रीय संग्रहालय, जनपथ, नई दिल्ली में धर्म चक्र प्रवर्तन दिवस के रूप में आषाढ़ पूर्णिमा मनाएगा। यह आईबीसी का वार्षिक प्रमुख कार्यक्रम है और बुद्ध पूर्णिमा या वैशाख पूर्णिमा के बाद बौद्धों के लिए दूसरा सबसे पवित्र दिन है।
यह दिन भारत के वाराणसी के पास वर्तमान सारनाथ में ”डीयर पार्क”, शिशिपतन मृगदया में आषाढ़ की पूर्णिमा के दिन पहले पांच तपस्वी शिष्यों ( पंचवर्गीय ) को ज्ञान प्राप्त करने के बाद बुद्ध की पहली शिक्षा का प्रतीक है।
कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का वीडियो संदेश होगा। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण लुंबिनी (नेपाल) में आईबीसी की विशेष परियोजना – ” भारत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र ” पर फिल्म की स्क्रीनिंग होगी। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल बौद्ध पूर्णिमा पर नेपाल के लुंबिनी में केंद्र की आधारशिला रखी थी।
कार्यक्रम में आषाढ़ पूर्णिमा के महत्व पर परमपावन 12वें शैमगोन केंटिंग ताई सितुपा द्वारा धम्म वार्ता और संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी का विशेष संबोधन होगा।






