साहिबाबाद मंडी में गोलियों की तड़तड़ाहट से मचा हड़कंप, 3 घायल
मंडी सचिव पर मिलीभगत के आरोप

जन एक्सप्रेस/ गाज़ियाबाद: साहिबाबाद मंडी में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब व्यापारियों की चल रही एक अहम बैठक के दौरान अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। यह सनसनीखेज घटना सोमवार सुबह लगभग 11 बजकर 45 बजे हुई, जिसमें दर्जनों राउंड गोलियां चलाई गईं। बताया जा रहा है कि इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वर्चस्व की राजनीति के रूप में इसको देखा जा रहा है। प्रशासनिक अदूरदर्शिता घटना का मुख्य कारण बताया जा रहा हूं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना की शुरुआत तब हुई जब व्यापारीयों की मीटिंग चल रही थी । व्यापारियों की बैठक में कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष बृजेंद्र यादव संबोधित कर रहे थे । तभी दूसरे पक्ष के लोग आए और अपने आवंटन को लेकर बात कही । जिसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हुई जो बाद विवाद में बदल गई और प्लेटफॉर्म पर कब्जे की नियत से आये दूसरे पक्ष ने गोली चलानी शुरू कर दिया ।जिसके पीछे गोली चलाने वाले ने अपनी सुरक्षा के मद्देनजर फायरिंग की बात कही है। हमले के बाद मंडी परिसर में भगदड़ मच गई और मौके पर मौजूद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच 3 पल्लेदार घायल हुए हैं। जिन्हें व्यापारियों की मदद से स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मंडी सचिव पर लगे गंभीर आरोप
व्यापारियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला मंडी सचिव की मिलीभगत से कराया गया है। उनका कहना है कि मंडी सचिव व्यापारियों को लंबे समय से परेशान कर रहे हैं। विवाद की जड़ तीन शेड प्लेटफार्मों का आवंटन बताया जा रहा है, जिसे मंडी सचिव ने कथित तौर पर किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया था। इस पर नाराज़ होकर हमलावरों ने एक दिन पहले भी व्यापारियों को धमकी दी थी।
घटना की सूचना मिलते ही साहिबाबाद पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को घेराबंदी कर लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच जारी है और हमलावरों की तलाश में टीमें गठित की गई हैं। इस वारदात ने मंडी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। व्यापारियों का कहना है कि यदि समय रहते सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होते, तो इस तरह की घटना को रोका जा सकता था।
अवैध प्लेटफॉर्म का संचालन बना कारण
साहिबाबाद सब्जी और फलमंडी में प्रशासनिक अधिकारियों और मंडी समिति की तरफ से शासन में भाजपा नेता द्वारा दिए शिकायत पत्र के बाद कुछ माह पूर्व बड़ा अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया गया था । ज्ञात हो कि साहिबाबाद मंडी समिति में एक वर्ग विशेष के व्यापारियों का आधिपत्य है। जो लगातार मुद्दा बना रहा है। आज की घटना को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है । सूत्रों की माने तो कुछ व्यापारी जिनके दुकान समिति के अंदर हैं वह अतिक्रमित मुक्त कराए गए प्लेटफॉर्म पर अवैध रूप से अपना कारोबार कर रहे थे । दूसरा पक्ष जो मंडी समिति का आढ़ती होने का दावा करता है,उसके द्वारा खाली प्लेटफॉर्म को आवंटन बताकर कोरबार करने की शुरुवात किया गया जिसका विरोध हुआ और यह घटना घटी ।






