स्कूलों में अनुपस्थित मिले 38 शिक्षक, शिक्षामित्र ने टास्क फोर्स से स्कूलों की रेंडम चेकिंग कराई

जन एक्सप्रेस / जौनपुर: परिषदीय विद्यालयों में शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशकों की उपस्थिति को लेकर सरकार ने कई प्रयास किए हैं, लेकिन जौनपुर में शासन की सख्ती पूरी तरह से नाकाम होती दिखी है। बेसिक शिक्षा विभाग के प्रेरणा निरीक्षण एप के माध्यम से जिले के आठ विकास खंडों में टास्क फोर्स ने रेंडम चेकिंग की, जिसमें 38 शिक्षक, शिक्षामित्र, दो हेड मास्टर और सहायक अनुदेशक अनुपस्थित पाए गए।
सिरकोनी और बक्शा ब्लॉक में मिली सबसे बड़ी लापरवाही
इस चेकिंग के दौरान सिरकोनी और बक्शा ब्लॉक में सबसे अधिक 8-8 शिक्षक और शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। इसके अलावा, सुईथाकला और बदलापुर में 7-7 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। डोभी, बरसठी, धर्मापुर और जलालपुर ब्लॉक में भी अनुपस्थिति की शिकायतें सामने आईं। इन शिक्षकों के खिलाफ विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए उनके वेतन और मानदेय को रोकने का आदेश जारी किया है।
कड़ी कार्रवाई की जाएगी
बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि जिले के विभिन्न ब्लॉकों के टास्क फोर्स द्वारा की गई रेंडम चेकिंग में अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों और शिक्षामित्रों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है और अगर जल्द ही स्पष्टीकरण नहीं आया तो और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डॉ. पटेल ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रेरणा एप के माध्यम से होगी निगरानी
जिले के बेसिक शिक्षा विभाग ने अब प्रेरणा एप के माध्यम से अनुपस्थिति पर कड़ी निगरानी रखना शुरू कर दिया है। जिन शिक्षकों को बीआरसी, एनपीआरसी या अन्य कार्यों के बहाने स्कूल से अनुपस्थित रहने की आदत थी, उन्हें अब विद्यालय आने-जाने और अनुपस्थिति की पूरी जानकारी प्रेरणा एप पर दर्ज करनी होगी।
फिलहाल, यह छानबीन क्या नतीजे लाएगी, यह तो समय बताएगा, लेकिन बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल द्वारा 33 शिक्षामित्रों और शिक्षकों का वेतन रोकने का निर्णय चर्चा का विषय बन चुका है।