चित्रकूटी श्रद्धालुओं ने भगदड़ में बचाई बच्चे की जान
दोनों युवकों के बहादुरी की जमकर हो रही तारीफ
चित्रकूट/मैहर
मध्यप्रदेश के मैहर जनपद स्थित प्राचीन शक्ति पीठ शारदा माता में नवरात्र के पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ का रेला दर्शन के लिया उमड़ पड़ा चुका है। नवरात्रि के नव दिन लगातार भक्तों की भारी भीड़ आने की संभावना है। लेकिन वहीं मध्य प्रदेश सरकार व मैहर जिला प्रशासन द्वारा मेला व्यवस्थाओं में ढिलाई बरते जाने से भक्तों को भारी मशक्कत से मैहर देवी के दर्शन मिल रहे हैं।
प्रशासन की लापरवाही का प्रत्यक्ष उदाहरण शुक्रवार की सुबह लगभग 03:30 बजे मैहर पहाड़ के प्रवेश द्वार पर भगदड़ के रूप में दिखा गया। जहां अचानक से गेट खुलने की अफवाह ने भीड़ को उग्र कर दिया, जिसमें महिलाओं और बच्चों को काफ़ी दिक्कतें आईं वहीं प्रतापगढ़ निवासी राजेश उपाध्याय का 8 वर्षीय पुत्री भगदड़ में दबते- दबते बचा। वहीं दर्शन की लाइन पर लगे चित्रकूट जनपद के मानिकपुर निवासी जुगेंद्र मिश्र व उनके साथी रितिक साहू द्वारा भीड़ में दबे बच्चे को किसी तरह भारी मश्क्कत के बाद निकाल लिया। बच्चे को काफ़ी चोटें भी आई थीं और वह अपने पिता से बिछड़ भी चुका था। अतः ऐसी स्थिति में चित्रकूट के इन युवाओं द्वारा बच्चे को साथ में लेकर माता के दर्शन कराने के बाद पुनः पुलिस की मौजूदगी में बच्चे के पिता को सकुशल सौंप दिया गया। जिससे दोनों युवा जुगेंद्र और ऋतिक की बहादुरी और साहस की खूब तारीफ की जा रही है। चश्मदीद बताते हैं कि अचानक से अफ़वाह फैलने के व पुलिस द्वारा लाठी भांजने के चलते एक बड़ी घटना टल गई। हालांकि कई महिलाएं व बच्चे काफ़ी समय तक भीड़ में दबकर चिल्लाते रहे परन्तु मेला प्रशासन को तनिक भी कोई फ़र्क नहीं पड़ा। उनको श्रद्धालुओं के सुरक्षा से कोई लेनादेना नहीं है, वह अपनी चाल में मस्त दिख रहे थे।