चित्रकूट ARTO ऑफिस बना भ्रष्टाचार का अड्डा
दलालों के दम पर चलता है पूरा तंत्र, विधायक ने की कड़ी कार्रवाई की मांग

जन एक्सप्रेस/चित्रकूट: जनपद के सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय (ARTO) में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। ARTO विवेक शुक्ला के संरक्षण में दलालों का साम्राज्य दिन-ब-दिन फलता-फूलता जा रहा है। हालात ये हैं कि बिना दलालों के यहां कोई काम नहीं होता। अगर कोई फरियादी सीधे अपनी समस्या लेकर ऑफिस पहुंचता है, तो उसे खुलेआम दबाव डालकर दलालों के जरिए काम कराने को मजबूर किया जाता है।
कार्यालय के बाहर झोपड़ी के नीचे दर्जनों दलाल सुबह से शाम तक डेरा जमाए रहते हैं और बारी-बारी से फाइलें लेकर अंदर जाते हैं। ARTO विवेक शुक्ला इन दलालों को न केवल संरक्षण दे रहे हैं बल्कि इन्हें खास सुविधाएं भी दे रखी हैं। आम जनता कार्यालय में हो रहे इस खुलेआम भ्रष्टाचार से बुरी तरह त्रस्त हो चुकी है।
इस गंभीर मामले को लेकर चित्रकूट के सदर विधायक अनिल प्रधान ने परिवहन मंत्री और प्रमुख सचिव परिवहन को पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। विधायक का कहना है कि ARTO विवेक शुक्ला पिछले कई वर्षों से चित्रकूट में तैनात हैं और उन्हीं के संरक्षण में यह भ्रष्टाचार पनप रहा है। वर्षों से प्रशासनिक ARTO की नियुक्ति नहीं हुई है, जिससे पूरा चार्ज प्रवर्तन ARTO के पास है।
सिर्फ दलालों के जरिए होता है काम
सूत्रों के मुताबिक, जो भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर ऑफिस पहुंचता है, उसे चिन्हित दलालों के जरिए ही अंदर भेजा जाता है। ARTO खुद rarely ऑफिस में बैठते हैं और फील्ड में उगाही में व्यस्त रहते हैं। जब फाइल आती है तो दस्तख़त करके तुरंत निकल जाते हैं। यही नहीं, विवेक शुक्ला ने अपने कई निजी लोगों को कर्मचारी बनाकर दलाली में लगाया हुआ है जो आम जनता से मोटी रकम वसूलते हैं।
ओवरलोडिंग और अवैध परिवहन पर चुप्पी
जिले में ओवरलोडिंग का काला कारोबार भी चरम पर है। अवैध ट्रकों से एंट्री के नाम पर मोटी उगाही की जाती है। कई ट्रक बिना नंबर प्लेट के बेरोकटोक दौड़ रहे हैं, लेकिन सिर्फ उन गाड़ियों पर कार्रवाई की जाती है जिनसे वसूली नहीं हो पाती। बाकी ट्रक आराम से सड़कों पर दौड़ते रहते हैं।
प्रयागराज-मिर्जापुर से चलता है भ्रष्टाचार का नेटवर्क
ARTO विवेक शुक्ला का निवास प्रयागराज और मिर्जापुर में है। वे रोज़ सुबह चित्रकूट पहुंचते हैं, अवैध वसूली का खेल खेलते हैं और शाम को अपने घर चले जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया रोज़ाना चलती है, जिससे यहां की जनता बेहद परेशान हो चुकी है।
जनता कर रही है न्याय की मांग
अब जब सदर विधायक खुद इस भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं, तो जनता को उम्मीद है कि जल्द ही इस काले खेल पर विराम लगेगा। मांग उठ रही है कि ARTO विवेक शुक्ला को तत्काल हटाकर उनके खिलाफ जांच शुरू की जाए, ताकि परिवहन कार्यालय में पारदर्शिता बहाल हो और आम आदमी को राहत मिल सके।






