
जन एक्सप्रेस पौड़ी: लगातार हो रही बारिश और मौसम विभाग द्वारा 12 से 14 अगस्त तक जारी रेड और येलो अलर्ट को देखते हुए पौड़ी प्रशासन पूर्ण सतर्कता की स्थिति में आ गया है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सोमवार को आपदा परिचालन केंद्र पहुँचकर तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।
प्रत्येक अधिकारी अपने क्षेत्र में रहें तैनात — अनुपस्थिति पर कार्रवाई
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और राजस्व उपनिरीक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में मौजूद रहें। अनुपस्थित पाए जाने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।उन्होंने कहा कि क्षेत्र की हर घटना की समय पर सूचना नियंत्रण कक्ष को दी जाए, ताकि आवश्यक कदम तुरंत उठाए जा सकें।
राहत केंद्रों की सफाई और चाबियों की उपलब्धता सुनिश्चित
आपदा की संभावित स्थिति को देखते हुए ग्राम स्तर पर चिन्हित राहत केंद्रों की सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि इन केंद्रों की चाबियाँ सही जगह उपलब्ध कराई जाएं ताकि किसी भी परिवार को शरण लेने में कोई कठिनाई न हो।
राशन किट और राहत सामग्री तैयार
जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि सभी राशन डीलरों के पास पर्याप्त आरक्षित किट रखी जाएं। इसके अतिरिक्त विभिन्न तहसीलों में लगभग 200 राशन किट पहले से ही स्टॉक में रखी गई हैं।
क्षति विवरण और लैंडस्लाइड की रिपोर्टिंग अनिवार्य
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे कृषि भूमि की क्षति, प्रभावित क्षेत्रफल और गांवों में हुई घटनाओं का विस्तृत विवरण तैयार कर शीघ्र भेजें। लैंडस्लाइड और सड़कों के अवरुद्ध होने की सूचना भी तुरंत आपदा नियंत्रण केंद्र को दी जाए।
तकनीकी समन्वय और समयबद्ध सहायता जरूरी
स्वाति एस. भदौरिया ने कहा कि आपदा प्रबंधन में “गति और सतर्कता” दोनों अनिवार्य हैं। उन्होंने सभी विभागों से तकनीकी समन्वय बनाए रखने और जनता को त्वरित सहायता पहुँचाने के लिए फील्ड में सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राहत सामग्री और सहायता राशि का वितरण समयबद्ध और पारदर्शी रूप से किया जाना चाहिए।






