कातिल बाप : मासूम के हत्यारे पिता को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजा जेल

जन एक्सप्रेस /प्रतापगढ़: जिले के अंतू थाना इलाके के चौबेपुर गांव में बीते दिनों हुई मासूम बालक की हत्या में पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्यारे बाप को गिरफ्तार किया है। शक एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जो किसी भी हंसते-खेलते घर को बर्बाद कर देती है। जब यही शक पति अपने पत्नी के चरित्र पर करे तो मामला और भी गंभीर हो जाता है। ऐसा ही शक बाबूलाल ने पत्नी के चरित्र पर किया जिससे एक मासूम को अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा। पुलिसिया पूछताछ में जल्लाद बाप ने पूरी दास्तान बयां करते हुए अपना जुर्म कबूल कर लिया कि कैसे उसने मासूम की हत्या की थी। गौरतलब हो कि अंतू थाना इलाके के चौबेपुर गांव निवासी बाबूलाल वर्मा का सात वर्षीय बेटा यश कुमार बीते रविवार को पड़ोस में आई बारात से रात में अचानक लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिला था। वहीं सोमवार सुबह बारात स्थल से कुछ दूरी पर मासूम बालक मरणासन्न अवस्था में मिला था। परिजन उसे तत्काल सड़वा चंडिका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। मासूम का हाँथ टूटा हुआ था। शरीर पर चोट के निशान व खून देख परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। दादा की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले का हर पहलुओं से बारीकी से जांच कर रही थी। शव मिलने के बाद से ही माँ बाप एकदूसरे पर आरोप लगा रहे थे। बच्चे के अंतिम संस्कार के बाद जब पिता पुलिस की निगरानी से फरार हुआ तो पुलिस का शक और गहरा गया। पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश करने में जुटी हुई थी। उसी क्रम में पुलिस ने उसे थाना इलाके के चौबेपुर गांव के समीप शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कपड़ो व जूतों को भी बरामद किया है। पुलिसिया पूछताछ में आखिर वो टूट गया और अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस के अनुसार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि एक लड़के जितेंद्र को लेकर उसकी पत्नी से उसका विवाद हुआ और पत्नी मायके चली गई। उसने कहा कि उसकी पत्नी उसे छोड़कर उस लडके के साथ रहना चाहती थी इसलिए उसने लड़के को फंसाने के लिए योजना बनाई। जिसके बाद मुहल्ले में आयी बारात में खाना खिलाने के बहाने ले जाकर बाग के पास चकरोड पर अपने बेटे के पैर पकड़कर उसे सिर के बल बेरहमी से पटक दिया और मारने की नियत से चोट भी पहुंचायी। उसके बाद अपने बेटे को मरा जानकर झाड़ी में छोड़कर वापस बारात आया और बच्चे को ढूंढने का नाटक करने के साथ ही पुलिस को सूचना दिया। पूछताछ में आगे बताया कि अगले दिन सुबह गाँव के लोगों द्वारा बताने पर वो अपने पिता व अन्य लोगों के साथ मौके पर गया तो देखा बच्चे की सांसे चल रही थी। तब वह पिता के साथ बारात की गाड़ी से घायल बेटे को सीएचसी ले गया जहां डाक्टर ने उसे मृत बता दिया। हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई है मैनें अपना ही पुत्र मार डाला। अपने बड़े बेटे से मिलने आया और आप लोगों ने पकड़ लिया। फिलहाल कलियुगी पिता को पुलिस ने सलाखों के पीछे कर उसे उसके अंजामों की सजा दे दी है।






