केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर के घर विनय श्रीवास्तव की गोली मारकर हुई हत्या में मंत्री भी गुनहगार?
कहीं जुए और शराब का अड्डा तो नहीं बन चुका था केंद्रीय मंत्री के बेटे का आवास?
जन एक्सप्रेस/विश्वामित्र पांडेय
लखनऊ। भारत में जुआ खेलने पर रोंक लगाने हेतु विशेष कानून लागू होने के कारण जुए पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन देश की वर्तमान भाजपा सरकार में मौजूदा केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर के बेटे के घर पर जुए की फड़ सजी थी, जिसकी पुष्टि पुलिसिया जांच में हो चुकी है। इतना ही नहीं बल्कि पुलिस के अनुसार पकड़े गए तीनो आरोपियों ने भी जुआ खेलने की बात को स्वीकार किया है। जिसके बावजूद लखनऊ पुलिस द्वारा विनय श्रीवास्तव की हत्या में महज तीन आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302 के तहत ठाकुरगंज थाने में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
बताते चलें की हाल ही में हुई विनय श्रीवास्तव की हत्या मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकाश किशोर की लाइसेंसी पिस्टल से मंत्री के बेटे के निवास पर ही की गई थी।
जुआ खेलने की बात जगजाहिर फिर भी द्यूत अधिनियम 1867 दर किनार
भारत में जुआ की परिभाषा एवं सजा को लेकर अभी सार्वजनिक द्यूत अधिनियम 1867 लागू है। इस अधिनियम के अनुसार जुए में यदि विचार, मौका एवं पुरस्कार या धन आदि शामिल हैं तो वह अपराध होगा। पुलिस की जांच और आरोपियों का कुबूलनामा स्पष्ट रूप से बयान करता है कि मंत्री के घर पर अवैध रूप से जुए का खेल खेला जा रहा था, लेकिन लखनऊ पुलिस अपने दोहरे चरित्र के मानदंडों को दर्शाते हुए द्यूत अधिनियम को दरकिनार कर मंत्री और मंत्री के बेटे को संरक्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।
मृतक के भाई का दावा, विनय श्रीवास्तव शराब और जुए का आदि नहीं था
वहीं मृतक विनय श्रीवास्तव के भाई विकास श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर यह दावा किया है कि उसका भाई विनय श्रीवास्तव ना ही शराब का आदी था और ना ही जुआ खेलता था। मृतक के भाई ने आगे कहा कि जब वह घटना के बाद मौके पर पहुंचा तो न ही ताश के पत्ते थे और न ही शराब की बोतल वहां पर मिली, लेकिन पुलिस मामले को अलग मोड़ दे रही है। विकास श्रीवास्तव ने मंत्री के बेटे विकास किशोर व अन्य लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा कि विनय की हत्या एक सोची समझी साजिश थी। विकास श्रीवास्तव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि विनय की हत्या की जांच एसआईटी द्वारा करवाई जाए व सभी दोषियों को सजा दिलाई जाए।
बड़ा सवाल!
क्या केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर को पता था कि बेटे और उसके दोस्त शराब और जुए के आदी हैं?
यदि हां तो पहले से क्यों नहीं लगाई लगाम?
यदि नहीं तो क्यों चला रहे नशा मुक्त भारत अभियान?
केंद्रीय मंत्री के अन्य बेटों ने भी खूब रचा था ड्रामा, बेटों ने जमकर उठाया पिता के मंत्री होने का फायदा
शराब का आदी होने के कारण आकाश किशोर की मौत के बाद भी समस्याएं कौशल किशोर का पीछा नहीं छोड़ती हैं। साल 2021 में कौशल किशोर के दूसरे बेटे आयुष किशोर की पत्नी अंकिता ने नस काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी। अंकिता ने इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाला था। वीडियो में रोते हुए अंकिता ने आयुष और उसके घरवालों पर आरोप लगाया था। उसने कहा था कि आयुष मेरी कोई गलती नहीं थी, तब भी तुमने मुझे छोड़ दिया। मैने कुछ नहीं किया फिर भी फंसा दिया। झूठे आरोप लगा दिए, मैने कहां गलती की? तुमसे शादी की, तुम्हारे साथ रही यह गलती की। मैं तुम्हारे साथ खुश थी जैसी भी मैं थी। तुमने गलत कर दिया मेरे साथ, जीने की कोई वजह नहीं छोड़ी।
बताते चलें कि केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर के बेटे आयुष का नाम तब विवादों में आ गया था, जब उस पर अपने ऊपर गोली चलवाने का आरोप लगा था। पुलिस जांच में खुलासा हुआ था कि आयुष किशोर ने अपने साले के जरिए ही खुद पर गोली चलवाई थी। पुलिस का कहना था कि उसने अंकिता से लव मैरिज की थी। कौशल किशोर इस शादी से खुश भी नहीं थे। फिलहाल अब कौशल किशोर अपने तीसरे बेटे विकास किशोर की वजह से चर्चाओं में हैं।
लखनऊ पुलिस मंत्री व उसके बेटे को बचाने व मामले में लीपापोती करने में जुटी है। घटना की जांच पुलिस राजनैतिक दबाव में कर रही है जबकि प्रदेश की जनता सहमी हुई है। आजाद अधिकार सेना प्रदेश सरकार से इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करती है।
अमिताभ ठाकुर
राष्ट्रीय अध्यक्ष -आजाद अधिकार सेना
“केंद्रीय राज्य मंत्री एवं मोहनलालगंज से भाजपा के सांसद कौशल किशोर के घर में उनके बेटे की पिस्तौल से युवक विनय श्रीवास्तव की दर्दनाक हत्या भाजपा सरकार पर कभी न मिटने वाला कलंक है। प्रदेश सरकार केंद्रीय राज्य मंत्री और उसके बेटे को बचाने में जुटी केंद्रीय मंत्री के घर में उसके बेटे की लाइसेंसी रिवाल्वर से हत्या इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज खत्म हो गया है। अपराधी मंत्री माफिया और पुलिस के बीच में तिगड़ी बन गई है।प्रदेश में अपराधी भय मुक्त और जनता भयभीत है, पूरे प्रदेश में गुंडा माफिया जंगल राज कायम हो गया है।”
रविदास मेहरोत्रा
विधायक लखनऊ मध्य एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री/ प्रभारी लखनऊ लोक सभा (समाजवादी पार्टी)