41 साल बाद अंतरिक्ष में गूंजा भारत का नाम, आजमगढ़ के शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास!

जन एक्सप्रेस/लखनऊ/आजमगढ़/नई दिल्ली : भारत के इतिहास में आज एक सुनहरा अध्याय जुड़ गया है। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के लाल शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छूकर न सिर्फ अपने जिले, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन कर दिया है। 41 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर कोई भारतीय सीधे अंतरिक्ष मिशन पर गया है और इस बार यह नाम है शुभांशु शुक्ला का।
देश के नाम पहला संदेश — अंतरिक्ष से जुड़ा भारत!
मिशन के सफल प्रक्षेपण के कुछ ही घंटों बाद शुभांशु ने अंतरिक्ष से देशवासियों के लिए एक भावुक संदेश भेजा:
“मैं यहां सिर्फ एक अंतरिक्ष यात्री नहीं, भारत के 140 करोड़ सपनों का प्रतिनिधि बनकर आया हूं।”
इस संदेश ने पूरे देश को भावुक कर दिया और सोशल मीडिया पर ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम्’ के नारों की बाढ़ आ गई।
41 साल बाद भारत की नई उड़ान
शुभांशु से पहले 1984 में राकेश शर्मा पहले भारतीय थे जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। अब चार दशक बाद शुभांशु ने यह कारनामा दोहराया है, जिससे भारत की गगनयान परियोजना और अंतरिक्ष विज्ञान को नई पहचान मिली है।
कौन हैं शुभांशु शुक्ला?
- मूल निवासी: आजमगढ़, उत्तर प्रदेश
- शिक्षा: प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान से एयरोस्पेस में विशेषज्ञता
- वर्तमान भूमिका: मिशन स्पेशलिस्ट, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इशरो या किसी अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के तहत चयनित
(मिशन से जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी)
देशभर में जश्न, आजमगढ़ में उत्सव
शुभांशु के गांव में ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न का माहौल है। घरों में मिठाइयां बँट रही हैं, स्कूलों में बच्चों को प्रेरणादायक कहानियां सुनाई जा रही हैं। गांव के बुजुर्ग कह रहे हैं:
“ये सिर्फ हमारे बेटे की नहीं, पूरे भारत माता की जीत है।”
भारत अंतरिक्ष में अब और तेज़ी से बढ़ेगा शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि यह साबित करती है कि भारत अब केवल धरती तक सीमित नहीं, बल्कि ब्रह्मांड में भी अपने परचम लहराने को तैयार है।






