अनीश ने अकेला पाकर साथियों संग की थी महिला आरक्षी से छेड़छाड़ : प्रशांत कुमार
लखनऊ । सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में मुख्य आरक्षी महिला के साथ हुई घटना में फरार तीन अभियुक्तों को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। पुलिस की गोली से घायल एक बदमाश अनीश की इलाज के दौरान मौत हो गई है। पकड़े गए अभियुक्तों ने सफर के दौरान ट्रेन में अकेला पाकर महिला आरक्षी से छेड़छाड़ का प्रयास किया था। विरोध पर उसे बेरहमी से मारपीट के बाद अयोध्या स्टेशन पर ट्रेन धीमी होने पर आरोपित उतर गए थे। एनकाउंटर में मारा गया अभियुक्त अनीश पर इनामी भी था।
पुलिस मुख्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मिले इनपुट के बाद एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने सयुंक्त कार्रवाई के दौरान इनायतपुर थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात को दो अभियुक्तों को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में अभियुक्त ने अपना नाम अयोध्या के हैदरगढ़ निवासी आजाद और सुल्तानपुर निवासी विशंभर दयाल बताया है। वहीं, तीसरा साथी हैदरगढ़ निवासी अनीश फरार हो गया था। शुक्रवार मिली सूचना के बाद पुलिस की कुछ टीमों ने भागे अपराधी का पीछा किया। पूराकलंदर थाना क्षेत्र की ओर भागने पर वहां के थानाध्यक्ष को जानकारी देते हुए उसके पकड़ने को कहा गया। ग्राम पारा केला क्षेत्र में चारों तरफ से घेराबंदी कर अनीश को आत्मसपमर्ण के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें वह घायल हो गया। गंभीर अवस्था में उसे इलाज के लिए पास के अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
डीजी ने बताया कि अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास है। अनीश के खिलाफ के छह, आजाद पर 12 और विशम्भर दयाल के खिलाफ अलग-अलग जिलों के थानों में तीन मुकदमें दर्ज हैं। ये लोग विभिन्न ट्रेनों में सफर करते हुए अपराध की घटना को अंजाम देते हैं। घटना के दिन ये अपराधी कुड़े भार से इसी ट्रेन में सवार होकर मनकापुर तक गए थे। फिर वहां से वापस आते समय अनीश ने महिला मुख्य आरक्षी को अकेला देखकर छेड़छाड़ किया था। विरोध करने पर इन तीनों ने मिलकर महिला को ट्रेन की खिड़की से लड़ाया और मारपीट मरणासन्न कर दिया था। अयोध्या स्टेशन के कुछ ही दूर पर चेन पुलिंग होने पर ये तीनों अपराधी उतर गए थे। इस घटना के बाद इन तीनों की तलाश में पुलिस की कई टीमें जुटी थी।
पुलिस को जांच के दौरान कुछ संदिग्धों की फोटों मिली थी जिनकी पहचान पीड़िता से कराई गई। इन तीनों अभियुक्तों की पहचान होने पर इनकी तलाश में एसटीएफ, जनपद अयोध्या एसओजी के साथ पुलिस टीम को लगाया गया था।