एक दूसरे से रुठे मियां बीवी, आपसी सुलह की बदौलत चार साल बाद हुये फिर एक
सुलह समझौता सेन्टर ने असम्भव को कर दिखाया सम्भव

जन एक्सप्रेस/हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में आपसी मनमुटाव के चलते चार साल से रुठे मियां बीवी सुलह समझौता सैन्टर के जरिये हुये फिर एक। जी हाँ! हमीरपुर के जिला कानूनी सर्विसेज अथारिटी में कायम सुलह समझौता सैन्टर में रवीना खातून पुत्री आबिद अली निवासी सुमेरपुर, जबकि शमशाद पुत्र सत्तार निवासी घाटमपुर के बीच आपसी मनमुटाव के चलते दायर किये गये केस नम्बर–1573/2021 में एप्वाईन्ट किये गये बिचौलिया वकील चन्द्रशेखर गौतम ने ‘मिडियेटर मुहिम’ के तहत मियां बीवी को समझा बुझाकर
आपसी सुलह समझौता करा दिया गया। जिसके बाद दोनों मियां बीवी खुश होकर साथ-साथ रहने को तैय्यार हो गये, जबकि रवीना खातून ने सारे गिले शिकवे भुलाकर अपनी नाराजगी को खत्म कर लिया, इसके बाद उन्हें उनके शौहर शमशाद के साथ अदालत कैम्पस से खुशी खुशी विदा किया गया। इस मौके पर जिला कानूनी सर्विसेज अथारिटी हमीरपुर के सचिव महेन्द्र कुमार पाण्डेय ने शौहर बीवी के बीच चल रहे इस मामले में दोनों में आपसी सुलह होने पर मियां बीवी को मुबारक बाद देने के साथ ही, इस मामले को देख रहे वकील के काम की तारीफ करते हुये बेहद खुशी जाहिर की। इस मौके पर सचिव पाण्डेय ने कहा कि मियां बीवी बिल्कुल एक गाड़ी के दो पहियों की तरह होते हैं, जिस तरह हम गाड़ी को बहुत सम्हाल कर, ट्राफिक रुल फालो करते हुये चलाते हैं ताकि हम और हमारी गाड़ी, कहीं किसी हादसे का शिकार न हो जाय, ठीक इसी तरह शादी शुदा जिंदगी में भी हमें बहुत ही सूझबूझ और समझ की जरूरत होती है। तभी हमारी शादी शुदा जिंदगी कामयाब होती है, और हमें खुशियाँ हासिल होती हैं। दुनिया के हर मियां बीवी को चाहिये कि वो एक दूसरे की इज्जत करे। और जिंदगी का हर फैसला बहुत ही सोच समझकर ठंडे दिमाग से करे, क्योंकि