हाईवे के किनारे की मिट्टी धंसकर जानलेवा गड्ढों में तब्दील

जन एक्सप्रेस/शोभित शुक्ला
बाराबंकी। पिछले 10 दिनों से बादलों का गुस्सा ठंडा पड़ा तो धरती सूखने पर जो नजर आया उसने पैरों के तले की जमीन खिसका दी। बारिश की धार अपने साथ हाईवे किनारे मिट्टी बहा ले गई। जिससे यहां जगह-जगह मौत के मुहाने बनकर गड्ढे उभर आए है। यह भयावह हकीकत राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 27c की है। जोकि राज्य मुख्यालय से नेपाल देश को जोड़ने वाला मात्र एक हाइवे है। यहां सबसे ज्यादा बुरा हाल रामनगर के केसियापुर चौराहे से सरयू पुल तक बने मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग का है। स्थिति यह है कि रामनगर से सरयू पुल तक लगभग 7 किलोमीटर के इस हाईवे पर जगह-जगह दोनों-कोनों की मिट्टी धंस गई है। जिससे सड़क किनारे बड़ी संख्या में जानलेवा गड्ढे बन गए है।
इन गड्ढों से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। लेकिन हाइवे पर बने गड्ढों को पैच लगाकर पाटने के नाम पर इतिश्री करने वाली एनएचआई की टीम को इस सात किलोमीटर की दूरी में गड्ढे नजर नहीं आ रहे। इस हाइवे को मोदी सरकार आने के बाद वर्ष 2014 में बनाया गया था। जिसके बाद से यहां मरम्मत कार्य तो कराए गए। लेकिन उन कार्यों में गुणवत्ता न होने के चलते वह ज्यादा दिन तक स्थिर न रह सके।
सबसे अधिक खतरा गनेशपुर मोड़ के पास
लखनऊ से नेपाल जाने वाले इस हाईवे में सबसे अधिक खतरा गनेशपुर मोड़ के आसपास के दायरे में है। यहां हाईवे के दोनों तरफ बड़ी संख्या में निजी रेस्टोरेंट्स व ढाबा संचालित है। यदि इन गड्ढों में पड़ कर किसी भार वाहन गाड़ी का संतुलन बिगड़ा तो घटना को बड़ी दुर्घटना में तब्दील होने में देर नहीं लगेगी। वहीं हाईवे के नीचे से मिट्टी गायब होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग की भीतरी बुनियाद भी कमजोर पड़ रही है। इस संबंध में अपर जिला अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है। जल्द ही संबंधित विभाग को बोलकर कार्य कराया जाएगा।