नवागत जिलाधिकारी पुलकित गर्ग के सामने बड़ी चुनौती — भू-माफिया, दलाली और ट्रेजरी घोटाले की परछाई
चित्रकूट को क्या मिलेगा भ्रष्टाचार से मुक्ति?

जन एक्सप्रेस, चित्रकूट(हेमनारायण हेमू ): चित्रकूट में एक नई प्रशासनिक शुरुआत की उम्मीद जगी है। नवगंतुक जिलाधिकारी पुलकित गर्ग ने कल ही अपना पहला चार्ज संभाला है। वाराणसी विकास प्राधिकरण से स्थानांतरित होकर आए युवा आईएएस अधिकारी पुलकित गर्ग के सामने जिले की सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें हैं — जो न केवल दफ्तरों तक सीमित हैं, बल्कि तहसीलों, रजिस्ट्रियों और भूमि कारोबार में गहराई तक फैली हुई हैं।चित्रकूट में लंबे समय से भू-माफिया का नेटवर्क, दलाल तंत्र, और विवादित भूमि पर अवैध प्लाटिंग प्रशासन की नाक में दम किए हुए है। बिना नक्शा, बिना धारा 80 की जमीनों पर कॉलोनियां बस रही हैं, जबकि अधिकारी मौन साधे बैठे हैं। जनता अब यह देखने को बेताब है कि क्या नए जिलाधिकारी इस गोरखधंधे पर लगाम लगा पाएंगे या फिर वही पुरानी कहानी दोहराई जाएगी।
ट्रेजरी घोटाला, जिसने चित्रकूट की साख पर दाग लगाया था, वह भी अब डीएम पुनीत गर्ग की निगाहों में है। जिले की जनता को उम्मीद है कि उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता और सख्ती देखने को मिलेगी।अब सवाल बड़ा है — क्या पुलकित गर्ग देंगे चित्रकूट को “भ्रष्टाचार मुक्त” पहचान,या फिर जिले की फाइलों में दबा रहेगा एक और नाम?






