भाजपा धामी सरकार के एक साल पूरे होने पर राज्यभर में मनाएगी पखवाड़ा कार्यक्रम
देहरादून । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) धामी सरकार के 23 मार्च को एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर राज्यभर में पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगी। विभिन्न जनसहभागिता और सरकार के साथ समन्वय कर बहुउद्देश्यीय शिविर लगाएगी। इन शिविरों के माध्यम से जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभ दिलाने का काम करेगी।
पार्टी प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने पत्रकारों से विभिन्न विषयों पर अनौपचारिक बातचीत में यह जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों में बहुउद्देश्यीय शिविरों में सहभागिता और प्रदेश व केंद्र सरकार की उपलब्धियों व योजनाओं की जानकारी पत्रकों के माध्यम से घर-घर पहुंचाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि बूथ सशक्तिकरण अभियान की कार्यशालाएं प्रदेश व जिले में संपन्न होने के पश्चात सभी 70 विधानसभा में बूथ सशक्तिकरण की कार्यशालाएं लगभग हो चुकी हैं और अब शक्तिकेंद्रों के कार्यक्रम संगठन की ओर से संचालित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सभी शक्ति केंद्रों की इकाइयों का गठन किया जा रहा है। इसके बाद आगामी 31 मार्च तक बूथ टोली का गठन एवं पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति कर दी जाएगी। इसके उपरांत शक्ति केंद्र स्तर पर बूथ इकाइयों के समन्वय से बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय विधायक एवं सांसद समेत प्रदेश पदाधिकारी शिरकत करेंगे।
महेन्द्र भट्ट ने कहा कि आगामी 23 मार्च को भाजपा सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर संगठन व्यापक रूप से कार्यक्रमों का आयोजन करने जा रही है जिससे केन्द्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए अभियान चलाएगी।
उन्होंने कहा कि सरकार के कार्यक्रमों के साथ समन्वय बनाते हुए पार्टी प्रदेशभर में आयोजित बहुउद्देशीय शिविरों से अधिक से अधिक योजना लाभार्थियों को जोड़ने का प्रयास करेगी। इसके उपरांत प्रदेश एवं केंद्र सरकार की उपलब्धियों व योजनाओं की जानकारी देने वाले 15 लाख से अधिक पत्रकों को घर-घर तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। जिसे पार्टी के बूथ एवं शक्ति केंद्र टीमों के सहयोग से एक पखवाड़े की अवधि में पूर्ण किया जाएगा।
कांग्रेस विधायक झूठ बोलते हैं: भट्ट
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने बजट सत्र को शीघ्र समाप्त करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सभी जानते हैं विधानसभा का कामकाज कार्य मंत्रणा समिति की ओर से तय बिजनेस के आधार पर होता है और उस बैठक में कांग्रेस के विधायक भी मौजूद रहते हैं। लेकिन अफसोस उनके प्रतिनिधि वहां तो हां में हां मिलाते हैं और बाहर आकर झूठे आरोप लगाने के लिए पलट जाते हैं।