उत्तराखंड

प्रस्तावित नए मतदेय स्थलों को लेकर राजनैतिक दलों के साथ हुआ मंथन

गोपेश्वर: मतदेय स्थलों के पुनर्निर्धारण, संशोधन एवं परिवर्तन से संबधित प्रस्तावों पर विचार-विमर्श को लेकर सोमवार को उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी की अध्यक्षता में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई। जिसमें जनपद के समस्त तहसीलों से निर्वाचक एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी भी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित थे।

अपर जिलाधिकारी जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि विभिन्न राजनैतिक दलों से प्राप्त प्रस्तावों और मतदेय स्थलों के भौतिक सत्यापन के बाद तीनों विधानसभा क्षेत्रों से मतदेय स्थलों के पुनर्निर्धारण, संशोधन एवं परिवर्तन से संबंधित कुल 45 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इसमें मतदेय स्थल की पैदल दूरी दो किलोमीटर से अधिक होने के कारण 20, एक ही भवन में संचालित दो मतदेय स्थलों में मतदाताओं की संख्या 15 सौ से कम होने पर समायोजित के लिए दो, किसी कारण से मतदेय स्थल के नाम में परिवर्तन होने पर पांच, वर्तमान मतदेय स्थल क्षतिग्रस्त होने पर 12 और मतदाताओं की सुविधा के लिए किसी अनुभाग को दूसरे अनुभाग में शामिल करने के लिए छह प्रस्ताव शामिल हैं।

अपर जिलाधिकारी ने बताया कि नए मतदेय स्थलों बनाने के लिए प्राप्त 20 प्रस्ताव और मतदाताओं की संख्या 15सौ से कम होने पर दो मतदेय स्थलों के समायोजन के बाद कुल 18 नए मतदेय स्थल बनाए जाने प्रस्तावित हैं। इसमें बद्रीनाथ विधान सभा में तीन, थराली विधानसभा में 10 तथा कर्णप्रयाग विधानसभा में पांच नए मतदेय स्थल शामिल हैं। जनपद की तीनों विधानसभा में अभी 574 मतदेय स्थल है और 18 नए मतदेय स्थलों के प्रस्तावों पर स्वीकृति मिलने के बाद मतदेय स्थलों की संख्या बढ़कर 592 हो जाएंगी।

बैठक में राजनैतिक दलों ने प्रस्तावित नए मतदेय स्थलों पर अपनी सहमति व्यक्त की। अपर जिलाधिकारी ने सभी सहायक निर्वाचक अधिकारियों को निर्देशित किया कि मतदेय स्थलों के पुनर्निर्धारण, संशोधन एवं परिवर्तन से संबंधित अभी भी कोई सुझाव या प्रस्ताव बाकी है, तो तत्काल उपलब्ध करें। ताकि सभी प्रस्तावों को निर्वाचन आयोग को भेजा जा सके।

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