कतर्निया घाट संरक्षित वन क्षेत्र में बंदरों की मौत का मामला
वन दरोगा निलंबित, 2 वाचर कार्य मुक्त, रेंज अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
बहराइच। कतर्नियाघाट संरक्षित वन्य जीव क्षेत्र के मोतीपुर रेंज में मृत मिले बंदरों के शव का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है। वायरल वीडियो को जिलाधिकारी मोनिका रानी और डीएफओ कतर्निया घाट गंभीरता से लिया है। जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। वही डीएफओ ने बडी कार्रवाई करते हुए फॉरेस्ट गार्ड को निलंबित कर दिया। वन दरोगा को जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया है। मोतीपुर के रेंज अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। संबंधित बीट के दो बीट वाचर को कार्यमुक्त कर दिया गया है। इससे वन विभाग में हड़कंप मच गया है।
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के मोतीपुर रेंज में खपरा वन चौकी के निकट मृत बंदरों के शव की फोटो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुई। वायरल वीडियो ने जिले के अधिकारियों और मीडिया में खलबली मचा दी। आनन फानन में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज करने के बाद डीएफओ ने जांच के निर्देश दिए थे। शुक्रवार को जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी जोर से गठित जांच टीम में एसडीएम, सीओ और डीएफओ भी शामिल किए गए। सभी अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया।
डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि लापरवाही और ड्यूटी में वन नियम का पालन न करने के चलते फॉरेस्ट गार्ड ठाकुर प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है। वही दो बीट वाचर को सेवा से कार्य मुक्त कर दिया गया है। डीएफओ ने बताया कि वन दरोगा गोपाल को जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है।
वन क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। इस कार्रवाई से अन्य वन कर्मियों में हड़कंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक गुरुवार को नानपारा लखीमपुर मार्ग पर खपरा वन चौकी के पास कई मृत बंदरों के शव मिले थे। इनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो के बाद मीडिया कर्मियों भी हालचल मच गई थी। वन विभाग में भी हड़कंप मच गया था। डीएम ने भी मामले को गंभीरता से लेकर मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए हैं। मृत बंदरों का मामला मीडिया की सुर्खियां भी बना है।