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यूपी में 40 लाख रुपये में मिल रहा CMO का पद ?

स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव पर मेरठ के युवक ने लगाए गंभीर आरोप

जन एक्सप्रेस/राज्य मुख्यालय लखनऊ। भ्रष्टमुक्त शासन और जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव पर स्वास्थ्य विभाग में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के पदों पर नियुक्ति के लिए भारी लेन-देन का आरोप लगा है। मेरठ के एक युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदियत्नाथ को पत्र लिखकर जांच की मांग की है। सीएम को लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बहरहाल जन एक्सप्रेस स्वास्थ्य विभाग पर लगे आरोपो की सत्यता की पुष्टि नही करता है।

जांच कर कार्रवाई की मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में अमेठी के आशीष सिंह ने आरोप लगाया कि प्रमुख सचिव और स्वास्थ्य मंत्री की मिली भगत से मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के पद नीलाम किया जा रहा है। आशीष ने करीब दर्जन भर डॉक्टर के नाम भी गिनाए हैं और दावा किया है कि इनमें से ही सीएमओ के पदों पर तैनाती की जाएगी। आशीष ने सीएम से जांच कराने की मांग करते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा है।

इन 15 डॉक्टरों में से 10 जिलों में बनाए जाएंगे सीएमओ
आशीष सिंह ने आरोप लगाते हुए जो नाम गिनाए उनमें डॉ. नंदू राम, डॉ. नरेंद्र कुमार , डॉ. राजेंद्र कुमार, डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. प्रभा, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. पुष्पेंद्र, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. संत, डॉ. सचिव वैश्य, डॉ. रंजन गौतम, डॉ. मनोज कुमार शुक्ला, डॉ. दीपा सिंह, डॉ. भावनाथ पांडे, डॉ. आश्विन कुमार शामिल हैं। आशीष का दावा है कि प्रदेश के 10 जिलों में जल्द ही सीएमओ के पदों पर नियुक्तियां होंगी। सीएमओ पद के दावेदारों में से 10 नाम इन्हीं लोगों में से होंगे। आरोप है कि सीएमओ पद पर चयन के लिए डॉक्टरों से 40 लाख रुपए लेनदेन तय हुआ है।

पहले भी लगे लग चुके आरोप, हुई थी कार्रवाई
बता दें कि स्वास्थ्य महकमे में लेनदेन कर नियुक्ति कराने का यह आरोप नया नहीं है, इससे पहले भी इस विभाग की फजीहत होती रही है। 2017 से 2022 के कार्यकाल में ही स्वास्थ्य महकमे में नियुक्ति और स्थानातंरण में घोटाला सामने आया था, जिसके बाद सीएम योगी ने सख्ती दिखाते हुए स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न पदों पर नियुक्ति और सभी स्थानांतरणों को रद कर दिया था। मामले में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री की क्लास भी लगाई गई थी और बाद में मंत्रालय में छंटनी भी कर दी थी।

स्वास्थ्य विभाग में करप्शन पर अखिलेश ने साधा था निशाना
इसी महीने दिसंबर 12 को उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को योगी सरकार पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने निशाना साधा था । कहा था कि स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है और स्वास्थ्य सेवाएं दलाली और मुनाफाखोरी की गिरफ्त में है। अखिलेश ने यह मुद्दा प्रयागराज में नक़ली प्लेटलेट्स का खुलासा हुआ और आगरा में नक़ली दवाई के गोरखधंधे के भंडाफोड़ को लेकर उठाया था। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को भी बिना नाम लिए कठघरे में खड़ा किया था। कहा था कि पूरव से पश्चिम तक ड्रग माफ़ियाओं का राज चल रहा है। इस नेटवर्क को चलाने वालों के तार किस सत्ताधारी से जुड़े हैं और उनके सिर पर किसका हाथ है, इसका पर्दाफ़ाश होना ही चाहिए।

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