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आरटीओ ऑफिस आइए और डेंगू लेकर जाइए!

वीआईपी रूम में बैठे साहब को नहीं है अपने कार्यालय की गंदगी और जल भराव की समस्या की खबर

जन एक्सप्रेस/विश्वामित्र पांडेय

लखनऊ। जहां प्रदेश सहित पूरे देश में मच्छर जनित बीमारियों के फैलने से स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप का माहौल है वहीं उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आरटीओ कार्यालय का माहौल दूषित जल भराव के कारण मच्छर जनित बीमारियों को दावत देने का काम कर रहा है।

ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में गंदगी का अंबार लगा हुआ है, जबकि सफाई कर्मी सफाई के नाम पर दफ्तर के अंदर झाड़ू पोंछा तक ही सीमित रह गए हैं। आए दिन परिवहन आयुक्त और उपायुक्त का दौरा ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय होता रहता है, लेकिन आज तक किसी भी उच्च अधिकारी द्वारा साफ- सफाई की व्यवस्था पर टिप्पणी न करना बेहद अफसोस जनक है।

आरटीओ कार्यालय में अपने विभिन्न कार्यों के चलते दिन भर आम लोगों का आना- जाना लगा रहता है, इसके बावजूद साहब हैं कि अपने एसी रूम से निकल कर साफ- सफाई का जायजा लेना भी मुनासिब नहीं समझते।

बिना परमिशन के आरटीओ कार्यालय प्रांगण में कट रही गाडियां

जहां एक तरफ आरटीओ कार्यालय गंदगी से घिरा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ बिना परमिशन के ही आरटीओ कार्यालय में पार्किंग स्थल पर बिना किसी आधिकारिक अनुमति के ही पुरानी गाड़ियां काटी जा रही हैं। इस बात की जानकारी होने के बावजूद भी लंबे अरसे से चल रहे काम को रोकना या इन पर कार्यवाही करना अब तक अधिकारियों के लिए कोसों दूर की बात हो गई है।

 विभिन्न स्थानों पर जल भराव और गंदगी का अंबार

मुख्य दरवाजे पर गंदगी के साथ-साथ एक गहरे गड्ढे में महीनों से गंदा पानी जमा हुआ है। पार्किंग स्थल पर बरसात का पानी जमा होने के कारण दुर्गन्ध फैल रही है, साथ ही संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा हैं। पार्किंग स्थल की तरफ बने गेट के ठीक बगल कूड़े का अंबार लगा हुआ है। वहीं पीछे के गेट पर भी गंदगी का अंबार पड़ा हुआ है। गेट का हर कोना आरटीओ कार्यालय के कुछ कर्मचारियों और आने – जाने वाले लोगों के द्वारा पान- गुटखा खाकर थूकने का पीचदान बन चुका है। इन सभी कमियों के चलते लखनऊ का ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय मच्छर जनित बीमारी और संक्रामक बीमारियों के फैलने का एक मुख्य जरिया बनता जा रहा है, जिसमें उच्च अधिकारियों का संज्ञान न लेना कहीं ना कहीं बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।

एक महिला सफाई कर्मी के भरोसे पूरे कार्यालय की साफ- सफाई की जिम्मेदारी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरटीओ कार्यालय में साफ- सफाई का काम सिर्फ एक महिला सफाई कर्मी के भरोसे है। फिलहाल आरटीओ दफ्तर में साफ सफाई का प्रभार कौन देख रहा है और स्वच्छता के नाम पर क्या बजट है इस बात की कोई आधिकारिक जानकारी किसी अधिकारी द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई है।

तथाकथित पत्रकारों की भी नहीं पड़ी नजर, खबरों के बजाय हो रहा फाइल – फाइल का खेल

दिनभर आरटीओ ऑफिस में तथा कथित पत्रकारों का जमावड़ा होने के बावजूद कार्यालय की अव्यवस्थाओं पर किसी की नजर नहीं पड़ी। हालाकि खबरों से इतर आज कल आरटीओ दफ्तर में आम लोगों की जगह तथाकथित पत्रकारों की अधिक भीड़ देखने को मिलने लगी है। तथाकथित पत्रकारों द्वारा गंदगी और पानी के जमाव की अव्यवस्थाओं को उजागर करने के बजाय आरटीओ दफ्तर में फाइल- फाइल का खेल खेला जा रहा है।

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