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लखनऊ के रिहैब सेंटर में बच्चों की सेहत पर संकट: एक हफ्ते से बीमार, उल्टी में निकल रहे कीड़े

जन एक्सप्रेस/लखनऊ: राजधानी लखनऊ के एक रिहैब सेंटर (नशा मुक्ति केंद्र) में बच्चों की सेहत को लेकर चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कई बच्चे बीते एक हफ्ते से गंभीर रूप से बीमार थे और उनकी उल्टी में कीड़े निकल रहे थे। इस घटना से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।

बच्चों की बिगड़ती सेहत से बढ़ी चिंता
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस रिहैब सेंटर में रह रहे कई बच्चों को बीते कुछ दिनों से लगातार उल्टी-दस्त की शिकायत हो रही थी। जब हालात बिगड़ने लगे, तो कुछ बच्चों की उल्टी में कीड़े देखे गए, जिससे वहां मौजूद स्टाफ घबरा गया। इस मामले की सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेजा।

अस्वस्थ माहौल और लापरवाही का आरोप
जांच के दौरान पता चला कि सेंटर में सफाई व्यवस्था बेहद खराब थी और बच्चों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं थी। बच्चों को सही पोषण न मिलने और साफ-सफाई का ध्यान न रखे जाने के कारण ही उनकी हालत बिगड़ी। कुछ बच्चों का शारीरिक वजन भी सामान्य से काफी कम पाया गया, जिससे साफ जाहिर होता है कि उन्हें उचित खान-पान नहीं मिल रहा था।

स्वास्थ्य विभाग ने की जांच, सेंटर संचालकों पर कार्रवाई की मांग
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बीमार बच्चों का मेडिकल परीक्षण किया और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों को लंबे समय से सही पोषण न मिलने और गंदगी में रहने की वजह से उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी। फिलहाल, उनका इलाज चल रहा है और डॉक्टर उनकी सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने इस मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और रिहैब सेंटर के संचालकों से पूछताछ की जा रही है। स्थानीय लोगों ने भी इस सेंटर की स्थिति पर सवाल उठाए हैं और मांग की है कि इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

सीएम योगी लोकबंधु अस्पताल पहुंचे
इस घटना के बाद के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह करीब 10 बजे लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल पहुंचे। उन्होंने यहां भर्ती निर्वाण संस्था के मानसिक मंदित बीमार बच्चों की सेहत का हाल जाना। साथ ही मुख्यमंत्री ने इस घटना के पीछे के दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई करने के निर्देश भी दिए। बता दें, चार दिन पहले खाना खाने के बाद संस्था के करीब 70 बच्चे बीमार हो गए थे। इनमें से अब तक चार की मौत हो चुकी है। 27 का इलाज चल रहा है।

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