कोषागार पेंशन घोटाले पर सख्त हुई जिला प्रशासन, संपत्तियाँ जब्त करने के निर्देश
जिलाधिकारी ने की समीक्षा बैठक, अब तक 3 करोड़ 74 लाख से अधिक की वसूली

जन एक्सप्रेस चित्रकूट।जिला कोषागार में हुए पेंशन घोटाला प्रकरण की समीक्षा बैठक आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी (वि/रा), अपर जिलाधिकारी (न्यायिक), अपर पुलिस अधीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, सहायक महानिरीक्षक निबंधन, पुलिस उपाधीक्षक नगर, एसआईटी/क्राइम ब्रांच के अधिकारी और अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।बैठक में बताया गया कि कोषागार पेंशन घोटाले से जुड़े 93 पेंशनरों / पारिवारिक पेंशनरों में से 26 ने गबन की धनराशि राजकोष में जमा कर दी है, जबकि शेष 67 पेंशनरों ने अभी तक राशि नहीं जमा की है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन पेंशनरों द्वारा धनराशि जमा नहीं की जा रही है, उनकी संपत्तियाँ जब्त करने की कार्यवाही तत्काल की जाए।
अब तक 3 करोड़ 74 लाख 16 हजार की वसूली
बैठक के दौरान जानकारी दी गई कि दिनांक 13 नवंबर 2025 तक कुल ₹3,60,74,016 (तीन करोड़ साठ लाख चौहत्तर हजार सोलह रुपए) की वसूली की जा चुकी है।जिलाधिकारी ने कहा कि शेष राशि की वसूली सुनिश्चित करने के लिए संपत्ति जब्ती, बैंक खातों की निगरानी और लेन-देन पर रोक जैसी सख्त कार्रवाई की जाए। बैठक में यह भी तय किया गया कि गबन प्रकरण में शामिल1 प्रभारी सहायक कोषाधिकारी / कोषागार लेखाकार, 1 लेखाकार, 1 सहायक लेखाकार और 1 सेवानिवृत्त सहायक कोषाधिकारी के बैंक खातों से आहरण पर रोक लगाई जाएगी। इसके लिए वरिष्ठ कोषाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए गए कि गबन प्रकरण में सम्मिलित पेंशनरों के ऐसे बैंक खातों की जानकारी, जिन्हें परिवर्तित किया गया है, तुरंत एसआईटी/क्राइम ब्रांच को उपलब्ध कराई जाए।साथ ही सहायक महानिरीक्षक निबंधन को निर्देश दिया गया कि गबन प्रकरण से जुड़े सेवारत या सेवानिवृत्त कोषागार कर्मचारियों, पेंशनरों और उनके पारिवारिक संबंधियों द्वारा संपत्ति की खरीद-बिक्री पर रोक लगाई जाए।






