:जौनपुरउत्तर प्रदेश

जनपद और आजमगढ़ के विशेषज्ञ ताल तलैया में खोज रहे हैं लकड़बग्घा

जौनपुर के अरन्द , आजमगढ़ के अरनौला गांव में बिछाया गया जाल, फिर भी नहीं दिखा खूंखार तेंदुआ

जन एक्सप्रेस/जौनपुर : शाहगंज कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत अरन्द गांव में विगत दिनों मिले कई आदमखोर तेंदुआ उर्फ लकड़बग्घे चिन्ह की खोज में पिछले दो दिनों से वन विभाग के अधिकारी ताल-तलैया, खेत-खलिहान झाड़-झंकार और धान के खेतों में पानी के बीच खाक छान रहे हैं। लेकिन एक भी तेंदुआ की परछाई तक नहीं पा सके।

मीडिया में यह खबर वायरल होते ही प्रदेश के वन मंत्री डॉ अरुण कुमार सक्सेना ने इस मामले को संज्ञान में लिया। जिसके बाद शनिवार को आजमगढ़ के प्रभारी प्रभागीय वनाधिकारी गंगादत्त मिश्र के साथ सब डिविजनल आफिसर आजमगढ़, रेंजर फूलपुर सत्येंद्र मौर्य, जौनपुर की डीएफओ प्रोमिला, एसडीओ जौनपुर सरफराज, शाहगंज के वन रेंजर राकेश कुमार दो एक्सपर्ट टीम के साथ सभी लकड़बग्घों को पकड़ने के लिए जाल व अन्य हथियार लेकर देर शाम तक जौनपुर के अरन्द और पड़ोसी जनपद आजमगढ़ के ग्राम सभा अरनौला गांव पहुंचे। नहर और जंगली हिस्से में घेराबंदी कर रहे हैं। मगर देर शाम तक टीम को कोई सफलता नहीं मिली।

मालूम रहे बीते 17 जुलाई को शीला राजभर की 5 बकरियों को तेंदुए ने मार डाला। उसके बाद से पड़ोस के सभी आधा दर्जन गांव में दहशत का माहौल है। शाम होते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं। खेत में जाने वाले किसान और बच्चों की विशेष तौर पर निगरानी की जा रही है। 25 जुलाई की दोपहर में तेंदुए के जोड़ी का एक साथ देखे जाने के बाद से पूरे गांव में यह दहशत अधिक बढ़ गई है।

इसके पहले वन विभाग के तहसील स्तर के अधिकारी इस तेंदुआ को पकड़ने के बजाय सिर्फ ग्रामीणों को झूठी अफ़वाह बताने में ही अपना कीमती समय बर्बाद करते रहे। लेकिन जब वह मौके पर गए और धान के खेत मे तेंदुओं को जाने का वीडियो देखे तो हैरत में पड़ गए। फिलहाल अभी दर्जनों ग्रामीणों के साथ लाठी डंडा लेकर तेंदुआ पकड़ने के लिए गांव में हांका लगाया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button