डीएम ने ली जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक

हरिद्वार । जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शनिवार को कऐक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक हुई।
बैठक में जिला गंगा संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं को चर्चा के लिये सदस्य संयोजक, उप वन संरक्षक, जिला गंगा संरक्षण समिति यंक शेखर झा ने जिलाधिकारी के सम्मुख प्रस्तुत किया। इसमें कस्सावान नाले में आपत्तिजनक सामग्री डाले जाने के सम्बन्ध में चर्चा हुई।
इस पर जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने नगर निगम, खाद्य सुरक्षा अधिकारी आदि से कस्सावान नाले की वस्तुस्थिति के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट को इस सम्बन्ध में कोआर्डिनेट करते हुये सप्ताह में दो दिन कस्सावान नाले निरीक्षण करने, अवैध दुकानें तुरन्त सील करने एवं उनके खिलाफ संगत धाराओं में कार्रवाई करते हुये जुर्माना लगाये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में विभिन्न नालों पर जो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उन्हें सीसीआर के कण्ट्रोल रूम से जोड़े जाने के निर्देश दिए।
बैठक में नमामि गंगे परियोजना में इंस्टीट्यूशनल एण्ड इण्डस्ट्रियल इस्टेट प्लांटेशन मद में पांच लाख पौधे लगाये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से जानकारी ली। आपदा प्रबन्धन अधिकारी ने बताया कि तहसील लक्सर क्षेत्रान्तर्गत बाढ़ प्रभावित वाले ग्रामों में ग्राम रामपुर रायघाटी से लेकर ग्राम बालावाली तक गंगा नदी के पश्चिम दिशा की ओर बने तटबन्ध के किनारे लगभग 10 किलोमीटर तक पौंधरोपण कर तटबन्ध को सुरक्षित किया जा सकता है, जिसके लिये संयुक्त सर्वेक्षण किया जाना है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जल्द से जल्द संयुक्त सर्वेक्षण करते हुए पौधारोपण के लिये स्थान चिह्नित कर पौधरोपण करें।
हरिद्वार स्थित विभिन्न गंगा घाटों, नालों व अन्य स्थानों पर हुये अवैध अतिक्रमण के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अवैध अतिक्रमण अगर कहीं पर है, वह बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक में खण्डित मूर्तियों को गंगा में विसर्जित किये जाने के प्रकरण पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि मूर्तियों का विसर्जन निर्धारित चिह्नित स्थानों पर ही किया जाये तथा नगर निगम चिह्नित स्थानों में इस सम्बन्ध में सूचनापरक बोर्ड स्थापित करे।
इन बिन्दुओं के अतिरिक्त बैठक में 21 जून को योग दिवस, आगमी 02 अक्टूबर को स्वच्छता ही सेवा दिवस, 04 नवम्बर को गंगा उत्सव मनाये जाने तथा गंगा की सहायक नदियों को स्वच्छ किये जाने आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित को आवश्यक कदम उठाने के दिशा-निर्देश दिये।






