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काम न करो बिल्कुल, एसजीपीजीआई में सैलरी लो फुल
एसजीपीजीआईएमएस का ढर्रा बिगड़ता जा रहा है, वहां लंबी छुट्टी पर गए कर्मचारियों को भी वेतन जारी हो रहा है
- इससे एक ओर संस्थान को वित्तीय नुकसान तो हो ही रहा है, देशभर से इलाज कराने यहां आने वाले मरीजों को भी उन कर्मचारियों की सुविधा नहीं मिल रही, जिनको बिना काम के वेतन मिल रहा है
- कार्डियोलॉजी की ओपीडी इंचार्ज कौशल्या देवी पर गंभीर आरोप है कि वह आउटसोर्सिंग पर तैनात स्टाफ नर्स के छुट्टी पर जाने के दौरान उनका पूरा वेतन बनवाती हैं
- उन्हें नौकरी से निकलवाने की धमकी देकर छुट्टी के दौरान हुए वेतन का पूरा भुगतान उनसे वसूल लेती हैं
जन एक्सप्रेस /डॉ. वैभव शर्मा
लखनऊ। देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थानों में शुमार लखनऊ स्थित एसजीपीजीआईएमएस ( संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस) का ढर्रा बिगड़ता जा रहा है। जन एक्सप्रेस को मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार संस्थान में अव्यवस्था का आलम यह है कि वहां लंबी छुट्टी पर गए कर्मचारियों को भी वेतन जारी हो रहा है। इससे एक ओर संस्थान को वित्तीय नुकसान तो हो ही रहा है, देशभर से इलाज कराने यहां आने वाले मरीजों को भी उन कर्मचारियों की सुविधा नहीं मिल रही, जिनको बिना काम के वेतन मिल रहा है। कार्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में यह गोरखधंधा खुलेआम चल रहा है। कार्डियोलॉजी की ओपीडी इंचार्ज कौशल्या देवी रस्तोगी पर गंभीर आरोप है कि वह आउटसोर्सिंग पर तैनात स्टाफ नर्स के छुट्टी पर जाने के दौरान उनका पूरा वेतन बनवाती हैं। उन्हें नौकरी से निकलवाने की धमकी देकर छुट्टी के दौरान हुए वेतन का पूरा भुगतान उनसे वसूल लेती हैं। यही नहीं, संविदा स्टाफ नर्स से अपने घरेलू काम और बाहर घुमाने का खर्च भी वहन कराती हैं। जन एक्सप्रेस के पास संबंधित प्रमाण मौजूद हैं। कौशल्या देवी से उनका पक्ष जानने के लिए मोबाइल पर कई बार संपर्क किया गया उन्होंने फोन नहीं उठाया। भविष्य में अगर कौशल्या देवी संबंधित आरोपों पर अपना पक्ष देती हैं तो जन एक्सप्रेस उसे अवश्य प्रकाशित करेगा।
मूल रूप से आगरा निवासी संजय सिंह के अनुसार वह 21 मई 2019 से एसजीपीजीआई लखनऊ में कार्यरत हैं। उनका ट्रॉसफर अगस्त में न्यू ओपीडी कार्डियोलॉजी ईसीजी में हुआ था। उस समय इंचार्ज कौशल्या देवी रस्तोगी (के०डी० रस्तोगी) थीं। संजय का आरोप है कि काम न करने के बावजूद भी उनकी पूरी सैलरी अपने प्रभाव से उसके खाते में भिजवा देती थीं और उससे कहती थीं कि तुम जो सैलरी मेरी बदौलत पाये हो उस सैलरी में से आधी सैलरी मुझे दे दो नहीं तो मैं तुम्हें नौकरी से निकलवा दूँगी। नौकरी खोने के डर से संजय इंचार्ज पद पर तैनात कौशल्या देवी रस्तोगी (के०डी० रस्तोगी) को कई बार सैलरी देता चला गया।
धमका कर नैनीताल भी घूमी
संजय का यह भी आरोप है कि 1 फरवरी 2024 से 8 फरवरी 2024 तक कौशल्या देवी रस्तोगी (के०डी० रस्तोगी) उसके साथ नैनीताल घूमने गईं। जिसका सारा खर्च संजय ने नौकरी खोने के डर से वहन किया।
आगरा घर पर रहा, सैलरी फिर भी मिली
संजय के अनुसार वह 9 फरवरी से 16 फरवरी 2024 तक वह आगरा स्थित अपने घर छुटटी पर गया। जिसकी सैलरी इंचार्ज कौशल्या देवी रस्तोगी (के०डी० रस्तोगी) की ‘कृपा’ से उसके खाते में आ गयी।
जिसने मैडम की बात नहीं मानी, नौकरी से हाथ धोना पड़ा
संजय का यह भी आरोप है कि उसकी तरह अन्य लोग भी इंचार्ज कौशल्या देवी के चंगुल मे फंसे हैं और जिन भी लोगों ने केडी मैडम की बात नहीं मानी, उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
शादी पर 1 महीने छुट्टी पर रहा, वेतन पूरा आया मैडम ने वसूल लिया
संजय सिंह ने जन एक्सप्रेस को बताया कि 10 मई 2024 को प्रार्थी की शादी थी। इस कारण 1मई से 31 मई 2024 तक वह छुटटी पर था। लेकिन इंचार्ज कौशल्या देवी रस्तोगी (के०डी० रस्तोगी) के प्रभाव से उसके खाते में पूरी सैलरी आ गयी। जब उसने इस सैलरी की जानकारी केडी मैडम को दी तो उन्होंने संजय से वह सैलरी मांग ली। जब संजय ने सैलरी देने का विरोध किया तो केडी मैडम आग बगूला हो गईं और कहा कि मैं तुम्हे नौकरी से निकलवा दूँगी। संजय ने अपनी नौकरी खोने के डर से तुरंत गूगल पे के माध्यम से 21,000/- (इक्कीस हजार रूपये) इंचार्ज महोदया के खाते में ट्रॉसफर कर दिए।
घर का काम नहीं किया तो नौकरी से निकलवा दिया
संजय सिंह का एक आप यह भी है कि इंचार्ज कौशल्या देवी रस्तोगी (के०डी० रस्तोगी) अपने घर के निजी कार्य करवाती थीं और जब संजय ने उसका विरोध किया तो इंचार्ज कौशल्या देवी ने उसे गलत, झूठे व फर्जी कार्यकलाप बताकर नौकरी से निकलवा दिया।