
जन एक्सप्रेस उत्तराखंड/ पौड़ी: जनपद के पाबौ ब्लॉक के बुरांशी गांव में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण एक कच्चा मकान ढह गया, जिसमें दो सगी बहनें—आशा देवी और विमला देवी मलबे में दब गईं। ग्रामीणों ने सूचना मिलते ही राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया, लेकिन रेस्क्यू टीम मौके पर समय से नहीं पहुंच पाई।
स्थानीय लोगों ने पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शव मलबे से बाहर निकाले। बताया गया कि भारी बारिश और टूटी सड़कों के कारण प्रशासन की टीमें घटनास्थल तक समय पर नहीं पहुंच सकीं।
विपरीत हालात: टूटा पुल, भूस्खलन ने रोका राहत कार्य
पाबौ क्षेत्र में पहुंचने वाले हाईवे पर पुल टूट चुका है और कई स्थानों पर भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में रेस्क्यू टीम को रास्ता पार करना मुश्किल हो गया। प्रशासन का कहना है कि खराब मौसम और दुर्गम भूगोल राहत-बचाव में सबसे बड़ी बाधा बना।
मकान गिरने की वजह: खेतों का पानी सीधे घर में घुसा
ग्रामीणों के अनुसार, घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे हुई जब खेतों से बहकर आया बारिश का पानी मकान में घुस गया और दीवारें ढह गईं। हादसे के वक्त दोनों बहनें घर पर अकेली थीं। आशा देवी स्थानीय इंटर कॉलेज जगतेश्वर में भोजन माता के रूप में कार्यरत थीं, जबकि विमला देवी नए मकान के निर्माण कार्य में जुटी थीं।
चौबट्टाखाल के कोटा गांव में महिला की मौत
चौबट्टाखाल तहसील के कोटा गांव में भूस्खलन के कारण एक और महिला की जान चली गई। 65 वर्षीय रामेश्वरी देवी पत्नी बालम सिंह अपनी गोशाला की ओर जा रही थीं, तभी अचानक पहाड़ी से मलबा गिरा और वह उसकी चपेट में आ गईं। एसडीएम श्रेष्ठ गुनसोला ने घटना की पुष्टि की है।
थलीसैंण में नेपाली डेरे पर कहर, चार घायल, पांच लापता
थलीसैंण ब्लॉक के बाकुंडा ग्राम सभा में एक और बड़ा हादसा सामने आया है। जगतपुरी-देहघाट मार्ग पर नेपाली मजदूरों के डेरे पर अचानक ऊपर से भारी मलबा और पानी बहकर आया, जिससे चार लोग घायल हो गए और पांच के लापता होने की आशंका है।
घायलों में कालीराम, लक्ष्मी देवी, उदय गुरु और गोपाल थापा शामिल हैं। दो गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए रेफर किया गया है। मौके पर पहुंचे वीपीडीओ मोहन सिंह ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण गदेरे में उफान आ गया, जिससे डेरे पूरी तरह तबाह हो गया।






