जन एक्सप्रेस/संवाददाता
रामनगर-बाराबंकी। एक ओर सरकार जहां नशा मुक्ति का आंदोलन चलाकर लोगों को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करने के लिए प्रयासरत है तो वही दूसरी तरफ अधिकतर युवा पीढ़ी नशे के दलदल में फसकर अपने जीवन को नर्क बना रही है। ऐसा ही नजारा आज कस्बा रामनगर में देखने को मिला। दोपहर करीब 1 बजे शराब के नशे में चूर एक 25 वर्षीय युवक चौराहे स्थित शराब की दुकान से झूमते लहराते हुए निकला। जिसके बाद वह झूमता झूमता बुढ़वल चौराहा पारकर रामनगर बदोसराय मार्ग पर चलता हुआ जिओ ऑफिस के सामने स्थित गंदे नाले में गिर गया। दोपहर से लेकर खबर लिखे जाने तक बजबजाती बदबूदार नाले में मदमस्त पड़ा रहा। उसे देखने के लिए मजमा लगा रहा,लेकिन किसी भी व्यक्ति की मानवीय संवेदना नहीं जगी कि उसे नाले से निकालकर अलग ही लिटा दे। इसके दो कारण मुख्य थे पहला कि यदि शराबी को लोग उठाने निकालने की कोशिश करते तो अमूमन शराबी उससे उलझ कर लड़ाई झगड़े पर आमादा हो जाते हैं। दूसरा कारण यह है कि यदि कोई व्यक्ति निकाल कर कहीं बाहर लिटा दे। कस्बे के अंदर जाने वाला यह मुख्य मार्ग है। इस कारण तहसील व थाने के तमाम अधिकारी व कर्मचारी भी इस मार्ग से गुजरते हुए नजारा देखते चले गए लेकिन किसी ने भी इसकी मदद करने की जहमत नहीं उठाई।