उत्तराखंड

कैंसर रोगियों के लिए खुशखबरी, कालेज के प्राध्यापक यादवेन्द्र का पेटेंट हुआ पंजीकृत

हरिद्वार । एसएमजेएन (पी.जी.) कॉलेज हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी ने कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर यादविंदर सिंह को उनके द्वारा फेफड़ों में होने वाले कैंसर का पता लगाने की विधि पर किये गये शोध में पेटेंट पंजीकृत होने पर आज कालेज में सम्मानित किया।

श्री महन्त ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए बताया कि एसएमजेएन (पी.जी.) कॉलेज निरंतर उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने के साथ-साथ शोध के क्षेत्र में भी नये आयामों को स्थापित कर रहा है। इसके लिए कालेज के प्राचार्य प्रो. सुनील बत्रा के नेतृत्व में प्राध्यापक एवं छात्र-छात्रा निरन्तर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहें हैं।

कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील बत्रा ने यादविंदर सिंह को बधाई देते हुए कहा कि यह पेटेंट चिकित्सा जगत में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा और फेफड़ों के कैंसर से होने वाली मानव क्षति को भी रोकने में सहायक होगा। कीमोथेरेपी में भी यह खोज मददगार साबित होगी, क्योंकि कीमोथेरेपी के निष्प्रभावी होने पर भी यह खोज उसे पुनः प्रभावी होगी। प्रोटोकॉल पूर्ण होने पर यह व्यवसायिक तौर पर भी बाजार में उपलब्ध होगी। प्रो. बत्रा ने बताया कि कॉलेज लगातार शोध क्षेत्र में प्रगति कर रहा है तथा पूर्व में भी कॉलेज द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में दो पेटेंट पंजीकृत हो चुके है।

कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कॉलेज की इस उपलब्धि पर कहा कि यह पल कॉलेज परिवार के लिए गौरव की अनुभूति देने वाला है। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर से आये प्रो. अहमद परवेज ने कॉलेज की ओर से शोध के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की सराहना की।

कॉलेज के प्राचार्य प्रो. बत्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि शीघ्र ही कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पद्मावती तनेजा की ओर से वैदिक गणित विषय पर पुस्तक प्रकाशित की जायेगी। इस दौरान डॉ. पद्मावती तनेजा ने वैदिक गणित की कुछ सरलतम विधियों से जटिल प्रश्नों का हल भी करकर दिखाया।

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