CM योगी के सामने सामूहिक विवाह में भाई-बहन की हुई शादी, प्रशासन करता रहा लिपापोती !
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना में बड़ा घोटाला, भाई-बहन का विवाह कराकर किया गया शादी का आयोजन

जन एक्सप्रेस/जौनपुर: जौनपुर से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा किया गया है। 12 मार्च को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आयोजित एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में भाई और बहन के बीच सात फेरे करवा दिए गए। यह मामला शादी के तुरंत बाद ही उजागर हो गया था, लेकिन अधिकारी इस पर चुप्पी साधे रहे और मामले को दबाने की कोशिश की। यह घटना मुख्यमंत्री की योजना को शर्मसार करने वाली साबित हो रही है, जहां सरकार का नाम धूमिल हो रहा है।
अधिकारियों की लापरवाही और सूचना का दमन, पत्रकारों ने उठाए सवाल
पत्रकारों द्वारा समाज कल्याण विभाग से कई बार शादी करने वाले जोड़ों की सूची मांगी गई, लेकिन अब तक कोई जानकारी नहीं दी गई। यह दर्शाता है कि इस मामले को छुपाने का प्रयास किया जा रहा था। मंगलवार को जब जिले के प्रभारी मंत्री ए के शर्मा की प्रेस वार्ता हुई, तो पत्रकारों ने यह सवाल उठाया, जिस पर डीएम ने इसे स्वीकार किया और बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है। इस धोखाधड़ी के बाद, अधिकारियों ने इस योजना के तहत जोड़ों को मिलने वाली सरकारी सहायता रोक दी है, जिससे अब यह फर्जीवाड़ा और भी गंभीर हो गया है।
नकली शादी के मामलों में सरकारी इमदाद पर रोक, क्या अब सख्त कार्रवाई होगी?
यह घटना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योजना की गंभीरता को झकझोर देने वाली है। जहां एक तरफ गरीब परिवारों को सरकारी मदद की उम्मीद थी, वहीं दूसरी तरफ कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों के कुकर्मों ने इस योजना को बदनाम कर दिया। प्रशासन द्वारा एक भी कार्रवाई न किए जाने के कारण यह सवाल खड़ा होता है कि क्या इस पर सख्त कदम उठाए जाएंगे या फिर मामले को यूं ही दबा दिया जाएगा। इस फर्जी विवाह में सरकारी धन की लापरवाही और धोखाधड़ी को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
मुख्यमंत्री की योजना पर फिर से सवाल उठने लगे, लोग उम्मीद कर रहे हैं कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सरकार ने गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए कई योजनाएं बनाई थीं, लेकिन इस तरह के घोटाले ने पूरी योजना को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। अब लोग यह उम्मीद कर रहे हैं कि इस मामले की गंभीर जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो।