घटिया सड़क निर्माण का विरोध करने पर FIR और हत्या की धमकी!

जन एक्सप्रेस/अमेठी: लोकतंत्र में नागरिकों को बोलने और गलत के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार है, लेकिन जब सच बोलना ही सज़ा बन जाए, तो सवाल उठना लाज़मी है। ऐसा ही एक मामला अमेठी जिले के तिलोई विधानसभा क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक व्यक्ति द्वारा घटिया सड़क निर्माण की शिकायत करने पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई l प्राप्त जानकारी के अनुसार, नैनखेरा (हैदरगढ़) से सेमरौता तक लगभग 24 करोड़ रुपये की लागत से सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। क्षेत्रीय नागरिकों ने बताया कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता बेहद खराब है। हाल ही में बनी सड़क परत दर परत उखड़ने लगी है, जिससे यह स्पष्ट है कि निर्माण मानकों की खुलेआम अनदेखी की गई है। स्थानीय लोगों से सूचना मिलने पर एक सामाजिक कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विभागीय कर्मचारियों से फोन पर संपर्क कर शिकायत की। कर्मचारियों ने उनसे वीडियो बनाकर भेजने को कहा ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। कार्यकर्ता ने पूरी स्थिति का वीडियो बनाकर संबंधित कर्मचारी को व्यक्तिगत रूप से भेज दिया। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद घटनाक्रम ने गंभीर मोड़ ले लिया। शिकायत करने वाले व्यक्ति को उसी कर्मचारी द्वारा FIR दर्ज कराने की धमकी दी गई। और फिर कुछ ही देर में नीरज नामक व्यक्ति, जो खुद को निर्माण फर्म का साइट इंजीनियर बताता है, ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी। इसके अलावा, ठेकेदार और इंजीनियर की ओर से उन्हें हत्या की धमकी भी दी गई।
घटिया सड़क निर्माण की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए, उनके खिलाफ दर्ज की गई फर्जी एफआईआर को रद्द किया जाए,
उन्हें और उनके परिवार को जान-माल की सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि भविष्य में उनके साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सड़क निर्माण से जुड़े ठेकेदार, इंजीनियर और PWD विभाग के कर्मचारियों की होगी। यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या वास्तव में आम आदमी को लोकतंत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की स्वतंत्रता है? या फिर यह अधिकार सिर्फ़ कागज़ों तक सीमित रह गया है?






