कानपुर में दर्ज किया गया लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मुकदमा
कानपुर । एक फर्जीवाड़ा करने का मुकदमा रविवार देर रात दर्ज किया गया। यह मुकदमा पायनियर ग्रीन सिटी टाउनशिप बनाने वाले बिल्डर ने दर्ज कराया है। थाने में दी गई तहरीर के माध्यम से आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय का प्रतिनिधि बनकर अभिषेक नाम के युवक ने अवैध निर्माण को वैध कराने के नाम पर बीस लाख रुपये ठग लिए। यह जानकारी सोमवार को सहायक पुलिस आयुक्त विकास कुमार पाण्डेय ने दी।
स्वरूप नगर स्थित एमराल्ड गार्डन निवासी निखिल शर्मा जो पायनियर ग्रीन सिटी में डायरेक्टर हैं। निखिल शर्मा ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी बिठूर सिंहपुर स्थित टाउनशिप पायनियर ग्रीन सिटी के विला नंबर 67 को अभिषेक को किराए पर दिया था। इस दौरान उनका पायनियर ग्रीन सिटी स्थित कार्यालय में आना-जाना शुरू हो गया। अभिषेक ने बताया कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय का प्रतिनिधि है। इतना ही नहीं, उसने अपना आईडी कार्ड भी दिखाया। अभिषेक मूलत: वाराणसी के लंका क्षेत्र का रहने वाला है। सूत्रों की मानें तो एसटीएफ की टीम ने उसे लखनऊ स्थित एक होटल से गिरफ्तार करके कहीं गोपनीय स्थान पर रखकर पूछताछ कर रही है।
बिल्डर का आरोप है कि अभिषेक की बातों में आकर नवंबर 2022 से अब तक लगभग 20 लाख रुपए दे चुका हूं। जिसमें एप्पल कंपनी का मोबाइल फोन और एक लैपटॉप भी है। वह यह रुपये व्यापारिक काम को सुचारू रूप से चलने देने के नाम पर ले रहा था। मना करने पर काम बंद करवाने की धमकी देता था। 12 अगस्त को फिर दो लाख रुपये की मांग की, विरोध करने पर मुझे फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। जिसके बाद थाने में तहरीर दी गई है।
वहीं दूसरी तरफ कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व जिलाधिकारी विशाख के निर्देश पर हुई जांच के बाद पायनियर ग्रीन सिटी का फर्जीवाड़ा खुला। सिंहपुर कछार की हनुमंत विहार पार्ट और पायनियर ग्रीन सोसाइटी में बिल्डरों ने पहले जिस जमीन पर नौ मीटर रोड दर्शा कर नक्शा पास कराया। उसे संशोधित नक्शे में छिपाकर प्लॉट काट दिया।