चिकित्सा से साहित्य तक: डॉ. वी.के. वर्मा को मिला ‘कवि रत्न’ सम्मान
जन एक्सप्रेस/ बस्ती: जिले के प्रख्यात चिकित्सक और साहित्यकार डॉ. वी.के. वर्मा को उनकी साहित्यिक और सामाजिक सेवाओं के लिए ‘कवि रत्न सम्मान’ से नवाजा गया। यह सम्मान समग्र चेतना साहित्यिक संस्था, दिल्ली द्वारा प्रदान किया गया। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति के एक विशेष कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राम कृष्ण लाल ‘जगमग’ ने डॉ. वर्मा को सम्मान पत्र भेंट किया। इस अवसर पर डॉ. ‘जगमग’ ने डॉ. वर्मा के चिकित्सकीय और साहित्यिक योगदान की सराहना करते हुए कहा कि वे अपने कार्यों से समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।
प्रमुख कृतियां और साहित्यिक योगदान
डॉ. वी.के. वर्मा ने साहित्य की कई विधाओं में अपनी छाप छोड़ी है। उनकी प्रमुख कृतियों में भाव मंथन, भावाभिव्यक्ति और सोच जैसे संग्रह शामिल हैं, जो पाठकों के बीच विशेष लोकप्रिय हैं। वर्तमान में वे तथागत पर आधारित एक महाकाव्य पर कार्य कर रहे हैं, जिसे जल्द ही प्रकाशित किया जाएगा। सम्मान ग्रहण करते हुए डॉ. वर्मा ने कहा कि यह पुरस्कार उन्हें और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा देगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय सेवा से मिले समय को वे पूरी तरह साहित्य को समर्पित करते हैं और पर्यावरण व सामाजिक विषयों पर लेखन जारी है।
साहित्यिक समाज की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ साहित्यकारों और अधिवक्ताओं ने डॉ. वर्मा के साहित्यिक योगदान की प्रशंसा की। वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम प्रकाश शर्मा और अजीत श्रीवास्तव ‘राज’ ने उनके प्रयासों को प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. वर्मा न केवल अपनी लेखनी से सामाजिक चेतना जगा रहे हैं, बल्कि साहित्य और चिकित्सा के बीच एक सशक्त पुल भी निर्मित कर रहे हैं। इस मौके पर पं. चंद्रबली मिश्र, हरिकेश प्रजापति, और जगदंबा प्रसाद भावुक समेत कई अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने भी डॉ. वर्मा
के कार्यों को सराहा।