जी-20 सम्मेलन देश और प्रदेश दोनों के लिए महत्वपूर्ण : प्रो. मीनू सिंह

देहरादून । जी-20 सम्मेलन के अन्तर्गत जी-20 देशों के युवाओं को वैश्विक चुनौतियों से लड़ने के लिए उन्हें तैयार करने को यूथ-20 सम्मेलन किया जा रहा है। यूथ-20 समिट जी-20 का हिस्सा है।
यह जानकारी यूथ-20 कंसल्टेशन एआईआईएमएस की निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने मंगलवार को जी-20 सम्मेलन के बारे में मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि भारत पहली बार जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। एम्स ऋषिकेश में किए जा रहे इस मंच के माध्यम से युवाओं को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर हेल्थ बिइंग और स्पोर्ट्स के प्रति सजग रहने को आपसी विचार-विमर्श का अवसर मिलेगा।
निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि इस समिट में उत्तराखंड राज्य सहित देश भर के विभिन्न राज्यों के युवा प्रतिभागी शामिल होंगे। इस श्रृंखला में अभी तक कई रन अप इंवेंट्स किए जा चुके हैं। इस समिट में न केवल उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से आने वाले युवा बल्कि जी-20 देशों से आने वाले विभिन्न युवा लीडर अपने विचार साझा करेंगे। इसमें युवाओं के स्वास्थ्य कल्याण और खेलकूद विषय से संबंधित नीतियों पर चर्चा की जाएगी और समिट से निकलने वाले निष्कर्ष से युवा अपने-अपने क्षेत्रों को लाभान्वित कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि इस समिट से देश और प्रदेश की छवि को दुनियाभर में प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त होगा। यूथ-20 युवाओं को आपस में जोड़ने का एक आयोजन है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक मंच है, जहां दुनिया भर के युवा नेताओं को एक साथ सम्मिलित होने का मौका मिलेगा।
इस कार्यक्रम में चार मई को मुख्य वक्ता के रूप में होलिस्टिक कान्क्लेव में मुख्य वक्ता के रूप में स्वामी अवधेशानंद गिरी, स्वामी चिदानन्द, प्रोफेसर केके तलवार,प्रो. बीएन गंगाधर, स्वामी दयाधिपनन्दा, प्रो. मीनू सिंह, कार्यकारी निदेशक, एम्स ऋषिकेश,कियोहिरो यामामोटो, अध्यक्ष और समूह कार्यकारी अधिकारी, अज़बिल कॉर्पोरेशन रहेंगे जबकि पांच मई को उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि डॉक्टर भारती प्रवीन पवार तथा निशीथ प्रमाणिक केंन्द्रीय मंत्री भारत सरकार उपस्थित रहेंगे।