जन एक्सप्रेस/विश्वामित्र पांडेय
लखनऊ। राष्ट्रीय स्तर पर नशामुक्ति का महा अभियान चलाने वाले केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर अपने घर को भी नशामुक्त करने में असफल रहे। केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर जोकि उत्तर प्रदेश के मोहनलालगंज लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं। “नशामुक्त अभियान कौशल का” के नाम पर करोड़ों रुपए बहाने वाले केंद्रीय राज्यमंत्री के घर में शराब पीकर जुआ खेलना और जुए में पैसे हारने के बाद हाथापाई में की गई हत्या महज एक हत्या नहीं बल्कि मंत्री कौशल किशोर के नशामुक्त अभियान की ढोल में पोल को दर्शाता हुआ आइना है।
फिलहाल राजधानी में कानून व्यवस्था अखबारों की सुर्खियों तक सीमित रह गई है। अपराधी अपराध करने में बिलकुल भी संकोच नहीं कर रहे। पुलिस का राजनैतिक दबाव में काम करने का रवैया आम होता जा रहा है, जिससे आम जनमानस का खाकी से भरोसा उठता जा रहा है।
प्रदेश की राजधानी में आए दिन जघन्य अपराध को अंजाम दिया जा रहा है। सत्ता की हनक में अपराधी बेखौफ होते जा रहे हैं। अपराध करने के बाद सत्ता के गलियारे में पहुंचने का चलन बनता जा रहा है।
बेटे की पिस्टल से हत्या होने के सवाल पर मंत्री ने दिया जांच का हवाला
मृतक विनय श्रीवास्तव के भाई विकास श्रीवास्तव का आरोप है कि सोची समझी साजिश के तहत भाई की हत्या की गई। विकास किशोर भी साजिश में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि उन्हें पिस्टल सुरक्षित रखनी चाहिए थी।
वहीं मंत्री कौशल किशोर ने घटना पर बात करते हुए कहा कि वारदात के समय बेटा विकास किशोर उर्फ आशू घर पर नहीं था। वह अपनी बीमार मां को देखने के लिए दिल्ली गया हुआ था। विकास की पिस्टल से हत्या होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
हत्या में केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे विकास किशोर ‘आशू’ की 32 बोर लाइसेंसी पिस्टल का हुआ इस्तेमाल
हत्या की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस द्वारा हत्या में प्रयुक्त मंत्री के बेटे विकास किशोर की लाइसेंसी पिस्टल बरामद कर ली गई। डीसीपी पश्चिम द्वारा जानकारी साझा करते हुए यह बताया गया कि आर्म्स एक्ट के तहत ठाकुर गंज थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही लखनऊ पुलिस द्वारा की जा रही है।
नशा मुक्त अभियान चलाने वाले मंत्री के बड़े बेटे की मौत का कारण भी शराब
तीन साल पहले 19 अक्टूबर, 2020 में शराब का लती होने के कारण मंत्री कौशल किशोर के एक बेटे आकाश किशोर उर्फ जेबी का लिवर फेल हो गया था। इलाज के बाद भी आकाश को बचाया नहीं जा सका। आकाश को नशामुक्ति केंद्र भी भेजा गया था, लेकिन हालात बिगड़ते ही गए। बेटे की मौत के बाद से कौशल किशोर लगातार ‘हिंदुस्तानियों नशा छोड़ों’ मुहिम चला रहे हैं। कौशल किशोर अपील भी कर चुके हैं कि वह अपने बेटे को नशेबाजों के चंगुल से नहीं बचा पाए और उसकी जान चली गई।
हत्या में नामजद तीन अभियुक्त को लखनऊ पुलिस ने किया गिरफ्तार
लखनऊ पुलिस द्वारा जानकारी साझा करते हुए बताया गया कि विकास घटना के वक्त नहीं था। फ्लाइट से जाने के चलते विकास किशोर अपनी पिस्टल घर में छोड़ गया था। विकास के घटनास्थल पर न होने की पुष्टि भी हुई। पुलिस की चार टीमें घटना के अनावरण के लिए लगाई गई थी। पुलिस ने अंकित, अजय और शमीम को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
बड़ा सवाल!
जब मंत्री का बेटा दिल्ली में तो पिस्टल कैसे लगी दोस्तों के हाथ?
विनय श्रीवास्तव की हत्या एक हादसा या सोची समझी साजिश?
आखिर “नशा मुक्त भारत अभियान कौशल का” के नाम पर खर्च हो रहे पैसों का क्या हुआ असर?