ग्राफिक एरा ने विदेशों में उच्च शिक्षा के रास्ते भी खोले : कमल घनशाला
देहरादून । ग्राफिक एरा में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन के प्रमुख विश्वविद्यालयों में शिक्षा पाने के लिए अब इधर उधर भटकने या प्रतियोगी परीक्षाओं से जूझने की जरूरत नहीं है।
ग्राफिक एरा ने दुनिया के कई प्रमुख विश्वविद्यालयों से इस तरह के करार किए हैं कि यहां के छात्र-छात्राएं उनमें पढ़ायी कर सकते हैं। ग्राफिक एरा ने पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों की सहायता के लिए कुछ केंद्र खोलने का भी ऐलान किया है।
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने सोमवार को बातचीत में बताया कि अमेरिका के शिकागो में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय के साथ हुए करार के मुताबिक तीन साल ग्राफिक एरा में अध्ययन करके दो वर्ष वहां पढ़ने पर उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय की मास्टर डिग्री मिलेगी। इसके लिए छात्र-छात्राओं को अलग से किसी प्रवेश प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साईंस इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग आदि के लिए यह व्यवस्था लागू होगी। यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में 251-300 के रैंक बैंड पर है।
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही फ्रांस की यूनिवर्सिटी पोलिटेक नॉन्त के साथ कम्प्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और ईसीई के छात्र छात्राओं को एक वर्ष वहां शिक्षा लेने की सुविधा देने के लिए एमओयू किया गया है। इसके साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, सऊदी अरब, जर्मनी, रशिया, स्पेन, ब्राजील, वियतनाम, स्वीडन, फिलीपीन्स के बहुत प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ सेमेस्टर एक्सचेंज, इंटर्नशिप, फैकल्टी एक्सचेंज और प्रोजेक्ट के लिए करार किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष ग्राफिक एरा के 40 से अधिक छात्र-छात्राओं ने गेट परीक्षा उत्तीर्ण की है। वर्ष 2023 की गेट परीक्षा में ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के बीटेक सीएस के छात्र हिमांशु देवरानी (कोटद्वार) ने पूरे देश में 25 वीं रैंक प्राप्त की है।