आई फ्लू/पिंक आई का होमियोपैथी में है समुचित इलाज: डा० विनीत शुक्ला
आई फ्लू / पिंक आई / Epidemic Conjunctivitis-

जन एक्सप्रेस/संवाददाता
लखनऊ। आई फ्लू / पिंक आई / Epidemic Conjunctivitis- यह एक आँखों का conjunctiva का वायरल इंफेक्शन है। यह सामान्यतः adenovirus से होता है और भी दूसरे वायरस से तथा कुछ- कुछ में बैक्टेरिया से भी होता है। आजकल ये बीमारी Epidemic की तरह शुरू हो गया है। घर में एक सदस्य को हो जाने से और सदस्य को भी हो रहा है। इसमें दोनों आंखों में लाली, जलन, सुजन, चिपक जाना, गड़ना-चुभना, कीच आना, हल्का दर्द होना आम बात है। यह बीमारी बीमार मरीज के तौलिया, साबुन, तकिया, बेड शेयर करने से फैलता है। यह बीमारी सामान्यतः 7 से 10 दिन में ठीक हो जाता है। इलाज के लिए नेत्र चिकित्सक या अपने होमियोपैथिक चिकित्सक से परामर्श लेकर हीं किसी भी तरह का दवा प्रयोग करें। अपना तौलिया, साबुन किसी भी अन्य व्यक्ति को शेयर ना करें। धूप में काला चश्मा लगाए। भीड़ में कहीं न जाएं। स्वयं किसी भी मेडिकल दुकान से दवा न लें, क्योंकि ज्यादातर स्टेरॉइड ड्रॉप्स दे देते हैं जिससे नुकसान की संभावना अधिक होती है।
होमियोपैथी मे इसका सफल निदान है। अपने होमियोपैथिक चिकित्सक के परामर्श से आप EUPHRASIA और ARGENTUM NITRICUM दोनों में से किसी एक या दोनों दवा का प्रयोग कर सकते हैं। इसकी डोज और पोटेंसी अपने होमियोपैथिक चिकित्सक के परामर्श से निर्धारित करें।
– डा. विनीत शुक्ला