चित्रकूट
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सुरक्षा एक्सपायरी यंत्रों के भरोसे,कैसे होगी जानमाल की सुरक्षा ?
सीएचसी अधीक्षक मानिकपुर नहीं चला पा रहे अस्पताल
चित्रकूट। जन एक्सप्रेस
मानिकपुर सीएचसी में एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की सुविधाओं पर सवाल उठने के बाद प्रसव के लिए वसूली करने का मामला सामने आने के बाद अब फायर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। आग से सुरक्षा के इंतजाम न के बराबर हैं। आग बुझाने वाले यंत्र एक्सपायरी होने के महीनों बाद भी रिफिल नहीं किए जा रहे। सीएचसी में अग्नि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। एक्सपायर फायर सेफ्टी सिलेंडर से सरकारी अस्पताल की सुरक्षा की जा रही है।
मानिकपुर सी एच सी के प्रसूति वार्ड में आग बुझाने के लिए सिलेंडर तो लगे हुए हैं। लेकिन रिफलिंग की तारीख एक्सपायर हुए आठ माह बीत चूके चहै। ऐसे में यदि अस्पताल में अग्नि हादसा हो जाए तो यह सिलेंडर कैसे काम करेगा ? ऐसे में बड़ी घटना होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। आगजनी की ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए यहां उचित इंतजाम नहीं है। बिजली बॉक्स खुले होने से शार्ट-सर्किट होने का खतरा बना है। इस गंभीर समस्या को स्वास्थ्य अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं। सीएचसी अधीक्षक मानिकपुर मनीष कुमार अस्पताल को सुचारू ढंग से संचालित नहीं कर पा रहे हैं। आएदिन तमाम लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं। फिर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
अग्नि सुरक्षा इंतजामों हो रही अनदेखी
60 बेड की क्षमता वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आग से सुरक्षा और उस पर काबू पाने के इंतजामों की सीधे तौर पर अनदेखी की जा रही है। यहां पर लगे अधिकांश फायर सेफ्टी सिलेंडर 8 माह से एक्सपायर हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास इनके बदलने का समय तक नहीं है। जगह-जगह बिजली के खुले बाक्स और इनमें से बाहर निकले तार नजर आते हैं। इस अस्पताल में 60 विस्तर की क्षमता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा
वहीं चित्रकूट सीएमओ भूपेश द्विवेदी से इस मामले को लेकर बातचीत की गई तो उनका कहना था, कि अस्पताल में गर्भवती महिलाओं से वसुली का मामला संज्ञान में है। जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। एक्सपायर फायर सेफ्टी सिलेंडरो की भी जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। किसी भी कीमत में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।