पुलिस डिटेन करने के बावजूद चंद्रशेखर आज़ाद से मिलने पहुंचे सैकड़ों कार्यकर्ता

जन एक्सप्रेस चित्रकूट/कौशांबी: भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं का जोश उस वक़्त देखने को मिला जब पुलिस द्वारा प्रमुख पदाधिकारियों को डिटेन किए जाने के बावजूद सैकड़ों कार्यकर्ता कौशांबी पहुंच गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद पीड़ित पाल समाज के परिवार से मिलने कौशांबी आ रहे थे, इसी के मद्देनज़र 28 जून की शाम को चित्रकूट पुलिस ने भीम आर्मी के जिला संयोजक संजय कुमार गौतम, जिला महासचिव एडवोकेट श्रीपाल प्रजापति समेत कई पदाधिकारियों को हाउस अरेस्ट कर लिया।
हालांकि प्रशासन की इस कार्रवाई से कार्यकर्ताओं का हौसला नहीं टूटा। चित्रकूट से दर्जनों कार्यकर्ता कौशांबी पहुंचकर चंद्रशेखर आज़ाद का स्वागत करते नज़र आए। भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी के समर्थकों की बढ़ती संख्या देख उत्तर प्रदेश पुलिस ने सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को भी भारी पुलिस बल के साथ डिटेन कर लिया।
लेकिन इन तमाम अड़चनों के बावजूद सांसद चंद्रशेखर आज़ाद अपने उद्देश्य पर अडिग रहे और पीड़ित परिवार को कानूनी सहायता देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सामाजिक न्याय के आंदोलन को दबाना आसान नहीं।
जनता के सवाल:
क्या विपक्ष की आवाज़ को दबाने का प्रयास है यह कार्रवाई? क्या पीड़ित समाज की न्यायिक मदद को रोकने का प्रयास कर रहा है प्रशासन?इस मुद्दे पर राजनीतिक हलकों से लेकर सामाजिक संगठनों तक हलचल मची हुई है। आने वाले दिनों में इस घटना के राजनीतिक असर को लेकर चर्चाएं तेज़ हो सकती हैं।






